Rajasthan Reet 3rd Grade Teacher Transfer: राजस्थान में गहलोत सरकार जल्द ही अब रीट थर्ड ग्रेड शिक्षकों के ट्रांसफर को हरी झंडी दिखा सकती है,ऐसे में अब चुनावी साल में सालों से रुके रीट  ग्रेड थर्ड टीचर्स के ट्रांसफर्स से बैन फिर से हट सकता है. इस मसले में शिक्षा विभाग द्वारा ट्रांसफर पॉलिसी में संशोधन कर डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल को भेज दिया गया है.


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ऐसे में ट्रांसफर से बैन हटने और डीओपी से स्वीकृति मिलने के बाद ट्रांसफर हो सकेंगे. जिससे रीट थर्ड ग्रेड के शिक्षकों को बढ़ी राहत मिलेगी. जो सालों से ट्रांसफर के लिए दर-दर भटक रहे हैं.


आपको बता दें कि पिछले साल शिक्षा विभाग द्वारा नई ट्रांसफर पॉलिसी तैयार कर कार्मिक विभाग को भेजी गई थी, लेकिन डीओपी ने पॉलिसी में संशोधन के लिए उसे लौटा दिया था. इसके बाद एजुकेशन डिपार्टमेंट ने देशभर में दूसरे राज्यों की ट्रांसफर पॉलिसी का अध्ययन कर संशोधित पॉलिसी को फिर से डीओपी को भेजा है.


शिक्षकों के साथ विधायक भी चाह रहें कि जल्द हों ट्रांसफर
रीट थर्ड ग्रेड शिक्षकों के तबादले का इंतजार गहलोत सरकार के विधायकों को भी है, क्योंकि चुनावी साल में शिक्षकों के तबादले का मुद्दा उनके वोट बैंक को प्रभावित कर सकता है. इसलिए वोटर्स को साधने के लिए गहलोत सरकार के विधायक भी चाह रहे हैं कि रीट थर्ड ग्रेड शिक्षकों के तबादले जल्द से जल्द हों. इसको लेकर बीते 30 दिसंबर को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की सीएम और मंत्रियों के साथ हुई फीडबैक बैठक में थर्ड ग्रेड टीचर्स के तबादले करने पर सहमति बन गई थी.


इस दौरान सीएम अशोक गहलोत से फीड बैक आने के बाद राजस्थान के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने भी सर्वसम्माति से ट्रांसफर होने को लेकर कहा था.वहीं रंधावा ने शिक्षक तबादलों के लिए किसी भी तरह की नई पॉलिसी नहीं लाने का सुझाव भी दिया था.


वहीं अबतक ट्रांसफर न होने से शिक्षकों में नाराजगी है,राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष गिरिराज शर्मा ने कहा कि 10 साल से ज्यादा का वक्त हो गया है. प्रदेशभर में टीचर्स ट्रांसफर का इंतजार कर रहे हैं, सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने ट्रांसफर का वादा किया था. लेकिन सरकार अपना वादा भूलती दिख रही है.हमें केवल केवल झूठे दिलासे दिए गए हैं.


राजस्थान में थर्ड ग्रेड टीचर्स का ट्रांसफर पिछले 12 साल में सिर्फ दो बार हुए हैं, साल 2010 में कांग्रेस सरकार ने जबकि 2018 में बीजेपी सरकार थर्ड ग्रेड टीचर्स के ट्रांसफर कर चुकी है,


सबसे खास बात यह है कि राजस्थान में ट्रांसफर को लेकर 2.25 लाख टीचर्स में से 85 हजार ने अपने गृह जिले में आने के लिए आवेदन किया था.लेकिन शिक्षकों में ट्रांसफर नीति में किए जानें वाले बदलाव को लेकर गुस्सा है, शिक्षक नहीं चाहते हैं कि ट्रांसफर नीति में शिक्षा विभाग किसी तरह का बदलाव करे.सूत्रों कि मानें तो ग्रेड थर्ड टीचर्स ने होने वाले बदलाव को लेकर बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है.


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