Jaipur: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने रीट परीक्षा 2022 में सख्त कदम उठाकर 10 माह पहले बोर्ड की साख पर लगे धब्बे धोने का प्रयास किया. जयपुर जिले में 2 दिनों में चार पारियों में हुई परीक्षा में 79.55 फीसदी अभ्यर्थियों ने बारिश के बीच एग्जाम दिया. जयपुर में स्ट्रांग रूम से लेकर परीक्षा केंद्र का हर गतिविधि अभय कमांड सेंटर से निगरानी की गई. साथ में परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने वाले पेपर की वीडियोग्राफी करवाई गई. हालांकि बारिश के कारण परीक्षा केंद्रों पर देरी से पहुंचने से कुछ अभ्यर्थियों का टीचर बनने के सपना टूट गया.


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जयपुर में 23 और 24 जुलाई को चार चरणों में रीट पात्रता परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई. बारिश के बीच भीगते-दौड़ते समय पर परीक्षा केंद्र तक पहुंचने की जद्दोजहद, फिर परीक्षा केंद्र पर रोल नंबर ढूंढते अभ्यर्थी, तो देरी से एग्जाम सेंटर्स पर पहुंचने पर प्रशासन से परीक्षा केंद्र में एंट्री देने की गुहार करती हुई तस्वीरें भी इस दौरान देखने को मिली. हालांकि कुछ जगहों पर प्रशासन के अधिकारियों ने मानवीयता और संवेदनशीलता दिखाते हुए अभ्यर्थियों को पेपर खोलने से पहले तक परीक्षा केंद्रों में एंट्री दी गई लेकिन कुछ जगह पर सख्ती ज्यादा होने से देरी से पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को एंट्री नहीं मिल पाई इसलिए उनका टीचर बनने का सपना टूट गया.


जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जिले में चार पारियों के लिए कुल 3 लाख 53 हजार 754 अभ्यर्थी परीक्षा के लिए पंजीकृत थे. रीट परीक्षा की चारों पारियों में 79.55 प्रतिशत परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे. पहली पारी में 47 हजार 200 दूसरी पारी में 79 हजार 42 तृतीय पारी में 82 हजार 277 और चतुर्थ पारी में 72 हजार 899 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया.


जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि सभी स्थानों पर व्यवस्थाएं दुरूस्त रही.अभ्यार्थियों को परीक्षा केन्द्र पर आने-जाने के लिए परिवहन के साधनों की व्यवस्था भी मजबूत रही. राजपुरोहित ने जयपुर जिले में परीक्षा के शांतिपूर्ण सम्पन्न होने पर जिले के लोगों, अभ्यार्थियों और उनके परिजनों, परिवहन विभाग, राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम, ट्रांसपोर्ट संगठनों और कानून एवं व्यवस्था में लगे हुए प्रशासनिक और पुलिस अधिकारीयों-कर्मचारियों को धन्यवाद दिया.


उन्होंने कहा कि रीट परीक्षा एक बडी चुनौती थी, इस चुनौती से मुकाबला करने में सभी लोगों ने सक्रिय भागीदारी निभाई. विभिन्न स्थानों से परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों और उनके परिजनों की सुखद यात्रा के लिए जिला कलेक्टर ने शुभकामनाएं भी दी हैं. उन्होंने कहा कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रही. दरअसल रीट 2021 में पेपर लीक और नकल प्रकरणों के बाद उठे विवाद के चलते बोर्ड की छवि धूमिल हुई थी. कलंक ऐसा लगा कि बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली बर्खास्त हो गए. तत्कालीन सचिव अरविंद संगवा को निलंबित कर दिया गया. प्रदेश के करीब 10 लाख अभ्यर्थियों की रोट लेवल सेकंड की परीक्षा रद्द करनी पड़ी. इन सब नाकामियों से सबक लेते हुए इस बार राज्य सरकार और बोर्ड ने रीट के आयोजन को लेकर सख्त कदम उठाए.


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