Jaipur: भजनलाल की गिरफ्तारी के बाद से ही मानो रीट (REET) में भ्रष्टाचार की एक नई परत हर रोज खुल रही है. रीट पेपर आउट (REET Paper Leak) के मामले में तबाड़तोड कार्रवाई तो हो रही है. साथ ही भ्रष्टाचार का हर दिन एक नया खुलासा भी इस भर्ती को रद्द करने की मांग को तेज करता हुआ नजर आ रहा है, लेकिन इन सब विवाद के बीच वो परीक्षार्थी भी हैं जो सरकार से रो-रोकर इस भर्ती परीक्षा (REET Exam 2021) को रद्द नहीं करने की गुहार लगा रहे हैं.


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रीट की विज्ञप्ति (REET Latest Update) निकली हो या फिर परीक्षा या फिर उसका परिणाम. इस भर्ती परीक्षा से विवाद जुड़ा ही नजर आया है, और अब तक विवाद इतना बढ़ गया है कि सभी तरफ से इस भर्ती परीक्षा (REET Recruitment exam) की सीबीआई जांच कर रद्द करने की मांग उठने लगी है, लेकिन इन सब के बीच प्रदेश के वो सैंकड़ों परीक्षार्थी भी हैं, जिन्होंने सालों की मेहतन और गरीबी में भूखे रहकर परीक्षा में मेरिट लिस्ट में स्थान बनाया. ऐसे में अब ये अभ्यर्थी सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि भर्ती परीक्षा को रद्द ना करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, जिस तक पेपर पहुंचा उनको अयोग्य घोषित कर कार्रवाई है, लेकिन भर्ती परीक्षा रद्द ना हो.


तीन साल की कड़ी मेहनत और लगन के साथ ओबीसी वर्ग (OBC) में 150 में से 142 अंक हासिल करने वाली चेतना की पीड़ा उनके चेहरे से साफ झलकती हुई नजर आ रही थी, चेतना जांगिड़ ने बताया कि तीन साल से कड़ी मेहनत तो की साथ ही परिवार का विश्वास जीतकर नौकरी लगने का सपना दिखाया जब जाकर पढ़ाई के अवसर मिले थे. 142 अंक प्राप्त करने के बाद भी अगर आपको ये चिंता सताती है कि भर्ती रद्द हो जाएगी तो इससे ज्यादा पीड़ादायक इस दुनिया में कुछ नहीं हो सकता है. इसलिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) से गुहार है कि भर्ती की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करो, लेकिन इस भर्ती को रद्द मत करना.


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ईडब्ल्यूएस में 132 अंक प्राप्त करने वाले सचिन शर्मा और एससी वर्ग में 123 अंक प्राप्त करने वाले शिवलाल बैरवा पिछले कुछ दिनों से सो नहीं पाए हैं. इन बेरोजगारों को चिंता सता रही है कि अगर भर्ती परीक्षा रद्द हो गई तो इनके भविष्य का क्या होगा. अभ्यर्थियों का कहना है कि रीट लेवल-2 (REET Level 2) में भ्रष्टाचार की परतें खुली हैं, लेकिन अभी तक लेवल-1 (REET Level 1) में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार सामने नहीं आया है. लेवल चाहे कोई सा भी हो, लेकिन जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हो उन पर कार्रवाई होनी चाहिए, जिन अभ्यर्थियों तक पेपर पहुंचा उनको अयोग्य कर उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन जो परीक्षार्थी मेहतन कर सालों से परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उनके साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. गरीबी के हालात में बड़ी मुश्किल से पढ़कर इतने अंक हासिल किए हैं, परिवार के लोग बीमार होने पर दवा नहीं लेते थे, बल्कि पैसे बचाकर हमको भेजते थे, जिससे हमारी पढ़ाई बाधित ना हो, इसलिए सरकार इस भर्ती को रद्द नहीं करना का फैसला ले और योग्य अभ्यर्थियों को नियुक्ति का मौका दे.