Kotputli: राजस्थान के कोटपूतली क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से हो रही निरंतर बारिश के चलते डेंगु, मलेरिया जैसी मौसमी बीमारियों का खतरा अचानक बढ़ गया है. उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष जुलाई से लेकर अक्टूबर तक के महिनों में ही मौसमी बीमारियां फैलती है, क्योंकि यह मौसम मच्छरों के पनपने के लिए सबसे अनुकुल माना जाता है. 


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वहीं दूसरी ओर मौसमी बीमारियों के बढ़े हुए खतरे को लेकर चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है. इसको लेकर जमीनी स्तर पर योजना बनाकर तैयारियों में जुटे हुए है. बीसीएमओ डॉ. रामनिवास यादव ने बताया कि कोटपूतली ब्लॉक के अधीन एएनएम और आशा सहयोगिनी की कुल 55 टीमें डोर टु डोर सर्वे करके पुराने टायर, कूलर और आबादी क्षेत्र में भरे गंदे पानी में एमएलओ डालकर लोगों को जागरूक कर रहे है. 


इस संबंध में कस्बा स्थित राजकीय सरदार जनाना अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ. आशीष सिंह शेखावत ने बताया कि मौसमी बीमारियों से बचने के लिए घरों और आस-पास के इलाकों में पानी जमा ना होने दें. कूलर में भरा पानी प्रत्येक दो दिनों में आवश्यक रूप से बदल दें, नालियों में एन्टीलार्वा और एमएलओ का छीडकाव करवाएं. 


घरों में पौछा लगाने के पानी में केरोसीन और फिनायल का इस्तेमाल करें, पूरी बांह के कपड़े पहने, शॉट्र्स से परहेज करें, मच्छर गहरे रंग के प्रति आकर्षित होते है, इसलिए हल्के रंग के कपड़े पहने, मच्छरों से बचाव के लिए सोने से पहले हाथ-पैर और शरीर के खुले हिस्सों पर विक्स लगाए इससे मच्छर पास नहीं आएंगे.


Reporter: Amit Yadav


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