Murari On Parsadi Meena: मंत्री परसादी मीणा के आरोपों पर कहा कि मुरारी लाल मीणा ने कहा कि उन्होंने हमारे ऊपर अमित शाह से मिलने का आरोप लगाया, उन्हें ऐसी बात नहीं बोलनी चाहिए. हमने कभी आलाकमान के खिलाफ नहीं बोला उन्होंने हमें गद्दार तक कह दिया. अगर वो इतने ही वफादार थे तो निर्दलीय क्यों चुनाव लड़ा. परसादी के मध्यवती चुनाव वाले बयान पर मुरारी ने कहा कि हम तो आज भी आलाकन के साथ हैं, इन्हें पहले ऑब्जर्वर की बात सुननी चाहिए. क्या सचिन पायलट ने 5 साल मेहनत नहीं की है. ये आलाकमान के फैसले को नहीं मानते हैं. जो फैसला उन्हें सूट करता हैं उन्हें वो मान लेते हैं. एक तरफ कह रहे हैं हम आलाकमान की बात मानेंगे दूसरी तरफ कह रहे हैं कि हम इनमें से सीएम नहीं बनने देंगे.


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मुरारी लाल मीणा ने कहा कि क्या हम कांग्रेसी नहीं हैं, आज प्रदेश का बच्चा-बच्चा जानता हैं कि आज किसका माहौल हैं, जब कांग्रेस में तय हो गया कि एक व्यक्ति एक पद है. इसके हिसाब से तो उन्हें इस्तीफा देना पड़ेगा. हम हाईकमान के फैसले के साथ हैं. हाईकमान कहेगा पायलट मुख्यमंत्री होंगे उनके साथ में हाईकमान कहेगा अशोक मुख्यमंत्री रहेंगे तो उनके नेतृत्व में काम करेंगे.


हम उन लोगों में से नहीं, फिर चाहे घर बैठ जाएं लेकिन बीजेपी में नहीं जाएंगे. हमारी विचारधारा भाजपा और आरएसएस से नहीं मिलती. कल सतीश पूनिया ने बयान दिया है. इसका मतलब यह नहीं कि हम बीजेपी में जा रहे हैं यह तो हर नेता कहता है. हम मानेसर हाईकमान तक अपनी बात पहुंचाने गए थे हम कोई बीजेपी से मिलने नहीं गए थे.


धर्मेंद्र राठौर की भूमिका को लेकर मीणा ने कहा कि मेरी समझ में नहीं बैठती. धर्मेंद्र राठौड़ की क्या भूमिका है. हम मानेसर थे तब हमारे को भी नोटिस दिया गया था, हमने उसका जवाब दिया था हम बाहर हैं हम इस बैठक में नहीं आ सकते. धारीवाल जी के आवास पर मंत्री विधायकों के जुटने पर कहा कि कोई किसी के आवास पर बिना बुलाए नहीं जाता, जबकि यह सब कह रहे हैं. हमने किसी को नहीं बुलाया, अपने आप विधायक आए थे.
 
पायलट गुट के मीणा ने कहा कि चार नेताओं की कॉल डिटेल निकाल लो उन्होंने किन-किन को फोन किया. हमने 1 महीने तक हाईकमान के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला. उन्होंने 4 दिन में हाईकमान के भी कपड़े उतार दिए. उस दौरान हम यहां के विधायकों के भी संपर्क में थे, इनसे भी बात होती थी जैसी हमारा हाईकमान से संपर्क हुआ हमने उनसे मुलाकात की. इन लोगों ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का भट्ठा बैठा दिया. लोगों का ध्यान भारत जोड़ो यात्रा की जगह कांग्रेस के एपिसोड पर आ गया. सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाने के सवाल पर कहा कि हम हाईकमान की बात मानेंगे.