Rajasthan News : कांग्रेस महासचिव और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि सरकार में कई शक्ति केंद्र बन गए हैं, जिससे यह स्पष्ट नहीं है कि कौन मंत्री कैबिनेट में है और कौन नहीं. संगठन एक बात कहता है और सरकार कुछ और बोलती है, जबकि सरकार के तीन लोग अलग-अलग राय रखते हैं.


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असंतुलन बहुत जल्दी शुरू हो गया



पायलट ने कहा कि यह असंतुलन बहुत जल्दी शुरू हो गया है. आमतौर पर, सरकारों में तीन-चार साल बाद ऐसा तनाव आता है, लेकिन यहां तो शुरुआत में ही सत्ता के कई केंद्र उभर गए हैं, जिसका सीधा असर जनता पर पड़ता है. उन्होंने यह बात जोधपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान कही.



आरपीएससी को भंग करने की पायलट की मांग पर किरोड़ीलाल मीणा के बयान का जवाब देते हुए पायलट ने कहा कि अगर सरकार चाहती है, तो इसे भंग कर सकती है. चुनाव से पहले तो बड़े-बड़े वादे किए जाते थे, लेकिन जब असल में आरपीएससी को भंग करने की बात आती है, तो हर कोई पीछे हट जाता है. अब लोगों का आरपीएससी पर भरोसा नहीं बचा है. फोन टैपिंग के मुद्दे पर पायलट ने कहा कि इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ही सही जानकारी दे सकता है.


 यह कैसे संभव हो सकता है- पायलट



वन नेशन-वन इलेक्शन पर सचिन पायलट ने कहा कि यह कैसे संभव हो सकता है. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी वे सत्ता में आते हैं, कोई न कोई नया मुद्दा उछाल देते हैं. पायलट ने कहा कि सरकार किसके हाथ में है, यह स्पष्ट नहीं हो रहा है. कभी कोई नेता कुछ बयान दे देता है, तो कभी कोई और. सरकार में आपसी समन्वय की कमी है, जिसके कारण उल्टे-सीधे बयान सामने आ रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं. हमने जिन परियोजनाओं के लिए टेंडर दिए थे, वे भी आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं.


 स्थिति को लेकर जनता चिंतित- सचिन पायलट



प्रदेश की कानून व्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए पायलट ने कहा कि राज्य की स्थिति को लेकर जनता चिंतित है. कानून-व्यवस्था लगातार बिगड़ रही है और सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है. हर जिले में कानून व्यवस्था की हालत खराब है. बच्चियों के साथ अपराध हो रहे हैं, लेकिन सरकार कानून को मजबूत करने के बजाय आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति में लगी हुई है.



पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर बढ़ते दबाव के मुद्दे पर पायलट ने दूरी बनाते हुए कहा कि ममता सरकार को कांग्रेस का समर्थन नहीं है. दुष्कर्म जैसी घटनाओं पर सरकार को सख्त कानून बनाने और कठोर कार्रवाई करने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा और जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भारी बहुमत से जीतेगी, क्योंकि जनता भाजपा की नीतियों से ऊब चुकी है और अब कांग्रेस को मौका देगी.