Jaipur News : राजधानी जयपुर के केशव विद्यापीठ जामड़ोली के स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित हुआ. समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत ने ध्वजारोहण किया. इस अवसर पर आरएसएस क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम प्रांत प्रचारक डॉ.शैलेंद्र सहित अन्य आरएसएस प्रचारक मौजूद रहे. गणतंत्र दिवस समारोह में आरएसएस के पदाधिकारी और प्रबुद्धजनों और शैक्षिक संस्था के विधार्थी व आमजन भी मौजूद रहे.


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समारोह में डॉ.मोहन भागवत ने संबोधन के दौरान बताया कि सार्वभौमिक प्रभुसत्ता का प्रतिक तिरंगा है. तिरंगे में ही हमारा गतंव्य निहित है. भारत को भारत के नाते ही दुनिया में बडा करना है केसरिया राष्ट्रध्वज के मूर्धन्य स्थान पर विराजमान हमारे यहां पर तो ज्ञान की परम्परा हे. ,उन्होने कहा कि ज्ञान,त्याग और कर्मशीलता का प्रतिक भगवा है,ज्ञानशील त्यागी लोगों का देश भारत को बनाएंगे. दुनिया के हित में सतत कर्मशील रहने वाला देश भारत को बनाएंगे.


सर्वत्र पवित्रता का प्रतिक सफेद रंग अंतर्बाह्म शुचिता का प्रतिक हमे बनना है. भागवत ने अयं निज परो वेति गणना लघु चेतसम का उदाहरण दिया वहीं पवित्रता और अपनापन का प्रतिक शुभ्र रंग है, समृद्धि और लक्ष्मी का प्रतिक तिरंगे का हरा रंग है. भागवत ने कहा कि डॉ.बाबा साहेब अम्बेडकर के दो भाषणों का उदाहरण दिया, आज के दिन अवश्य पढना चाहिए. सामाजिक विषमता की गुलामी को हटाने के लिए राजनैतिक और आर्थिक समानता का प्रावधान संविधान में कर दिया गया हे. बाबा साहेब ने कहा था कि अपना देश आपस में लडकर गुलाम हुआ, किसी दुश्मन की वजह से नहीं हुआ. लिबर्टी और इक्वलिटी के साथ फेटरलिटी की भी बात कही. ,सम्पूर्ण समाज विविधता के बावजूद बंधुता वाला समाज हो. अंत में भागवत ने सभी धन्यवाद देते हुए अगले गणराज्य दिवस तक हम कितना आगे बढेंगे यह संकल्प हम ले.


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