सावरकर के विचारों का सही चित्रण देश की जनता के सामने रखेंगे- साठे, दो दिन चित्तौड़गढ़ में होगा महामंथन
वीर सावरकर दर्शन संस्थान मुंबई शाखा की ओर से चित्तौड़गढ़ में आयोजित इस दो दिवसीय सम्मेलन में देश के जाने माने चिंतक-विचारक वक्ता अपनी बात रखेंगे.
Jaipur: स्वातंत्र्य वीर सावरकर केवल महाराष्ट्र के नहीं, बल्कि देश के वीर सपूत हैं. सावरकार के सही चित्र लोगों के सामने आए इसके लिए राजस्थान के चित्तौड़गढ में एक व दो अप्रैल को सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. सम्मेलन में देशभर से एक हजार से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल होंगे जो वर्तमान समय में वीर सावरकर के विचारों की प्रासंगिकता पर महामंथन करेंगे.
वीर सावरकर दर्शन संस्थान मुंबई शाखा की ओर से चित्तौड़गढ़ में आयोजित इस दो दिवसीय सम्मेलन में देश के जाने माने चिंतक-विचारक वक्ता अपनी बात रखेंगे. संस्थान के सचिव और महाराष्ट्र सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त रविंद्र साठे ने रविवार को जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कुछ लोग वीर सावरकर का गलत चित्रण कर रहे हैं. उन्हें केवल महाराष्ट्र का क्रांतिकारी समझाता जाता है जबकि वो देश के वीर सपूत थे.
इसको लेकर दिल्ली सहित कई शहरों में सावरकर पर सम्मेलन किए जा चुके हैं. इसी कड़ी में चित्तौड़गढ़ में सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. सावरकर के विचारों की प्रासंगिकता वर्तमान समय में भी है और इसी विषय पर यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है. साठे ने कहा कि दो दिवसीय सम्मेलन में उद्घाटन और समापन सत्र के अलावा चार सत्र होने वाले हैं. इनमें उद्घाटन सत्र में राष्ट्रवादी विचारक पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ रहेंगे. वहीं एक सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जे नंद कुमार की नोट रखेंगे.
सम्मेलन में चार सत्र रहने वाले हैं जिनमें वीर सावरकर की दूरदर्शिता, सामाजिक क्रांति पर सत्र, सावरकर की सुरक्षा व विदेश नीति पर तथा सावरकर के इतिहास पर दृष्टिकोण को लेकर होंगे.
सावरकर पर लगाए जाने वाले आरोपों पर रविंद्र साठे ने कहा कि सावरकर पर आरोप लगाए जाते हैं, लेकिन वो देशद्रोही हो ही नहीं सकते. सावरकर ने इंग्लैंड में जाकर ब्रिटिश सरकार के विरूद्ध काम किया. हालांकि इस सम्मेलन में हम इसकी चर्चा हम कर ही नहीं रहे हैं. राहुल गांधी के आरोपों पर साठे ने कहा कि राहुल गांधी कुछ भी कहें वो कहतें अथॉरिटी थोड़े हैं बिल्कुल गलत प्रचार है.
साठे ने कहा कि सम्मेलन के समापन पर बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावडे, वरिष्ठ सुरक्षा पत्रकार नीतिन गोखले, राजस्थान के पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी और विचारक डॉ अशोक मोडक अपनी बात रखेंगे. प्रत्येक सत्र में दो वक्ता और एक अध्यक्ष को रखा गया है.
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