Kotputli: कोटपूतली के पवाना राजपूत में गुर्जर स्टेच्यू ऑफ यूनिटी और विश्व गुर्जर सम्मेलन आयोजित किया गया. इस मौके पर मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, गुर्जर आरक्षण आंदोलन के विजय सिंह बैंसला, युवा नेता अनिल चोपड़ा समेत कई जनप्रतिनिधियों ने शिरकत की. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस मौके पर राज्यपाल मलिक व अन्य ने गुर्जर स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का विधि विधान से भूमि पूजन किया. आयोजकों की ओर से अतिथियों का स्वागत किया गया.


यह भी पढ़ें- RBSE Rajasthan Board 10th Result 2022 : माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 10वीं का परिणाम जारी, छात्राओं ने फिर से मारी बाजी


कार्यक्रम में राज्यपाल मलिक ने कहा कि शिक्षा से ही समाज का उत्थान होता है. समाज मे राजनीतिक, सामाजिक चेतना जरूरी है. गुर्जर समाज का इतिहास बलिदान से भरा है. मलिक ने कहा कि यह स्टेच्यू लिबर्टी सभी समाजों के लिए प्रेरणास्रोत रहेगी. गुर्जर समाज सद्भावना से भरा हुआ है. आज एकजुटता की जरूरत है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में गुर्जर समाज का सीएम होगा तो गुर्जर समाज का भला होगा. जाट सीएम नहीं बना क्योंकि उनमें एकजुटता नहीं थी.


किसान आंदोलन पर बोलते हुए मलिक ने कहा कि किसानों के हितों के लिए मैं हमेशा बोलूंगा. हमने पीएम मोदी से भी बात की थी. उनके देर से बात समझ आई और तीनों कानून वापस लिए लेकिन एमएसपी को लेकर सकारात्मक रुख नहीं दिखाया. इस दौरान विजय सिंह बैंसला ने कहा कि राजनीति में भागीदारी से ही हमे हमारा हक मिल सकता है. 200 में 73 विधानसभाओं में एमबीसी वर्ग का वोटर हैं और ये ही जीत-हार का फैसला करता है. हमे हमारी ताकत पहचाननी होगी.


व्यक्ति विशेष को नहीं एमबीसी को आगे बढ़ाओ.  कर्नल साहब चाहते थे कि समाज के बच्चे उच्च पदों पर पहुंचे. किसान व गरीब के बच्चों को भी उच्च शिक्षा मिले और नौकरियां मिले. 5 प्रतिशत आरक्षण के चलते समाज के कई बच्चों को सरकारी नौकरियां मिली हैं. कार्यक्रम में गुर्जर आंदोलन के दौरान मारे गए 73 लोगों को श्रद्धांजलि दी गई.


Report-Amit Yadav


अपने जिले की खबर पढ़ने के लिये यहां क्लिक करें