Jaipur: प्रदेश के सवाई मानिंसंह अस्पताल ने एक बार फिर मरीजों को इलाज की अत्याधुनिक सुविधाएं दी है. कैंसर के मरीज का एसबीआरटी तकनीक से इलाज करने वाला एसएमएस प्रदेश का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है. अस्पताल के चिकित्सकों ने नई तकनीक से कैंसर के मरीज का सफल इलाज कर दिखाया है. एसएमएस रेडियोथेरेपी विभाग ने अब कैंसर के इलाज को आसान कर दिया है. 


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इसके साथ ही स्टीरियो टैक्टिक बॉडी रेडियोथेरेपी एसबीआरटी के जरिए कैंसर का सटीक इलाज करने वाला यह राज्य का पहला मेडिकल कॉलेज बन गया है. इस विधि के जरिए सीधे ट्यूमर पर रेडिएशन दिया जाता है.
क्या है एसबीआरटी 
नई तकनीक के बारे में प्रिंसीपल डॉ.राजीव बगरहट्टा ने बताया कि, लंग कैंसर या अन्य कैंसर के लिए दी जाने वाली स्टीरियोटैक्टिक बॉडी रेडियोथेरिपी में किसी प्रकार का कोई चीरा नहीं लगाया जाता है. एसबीआरटी में कैंसर प्रभावित एरिया में रेडिएशन डोज देने के लिए 3डी इमेजिंग का उपयोग किया जाता है. जिसकी वजह से हेल्दी टिशूज के डैमेज होने की संभावना काफी कम रहती है.


वरिष्ठ आचार्य एवं यूनिट हेड डॉ संदीप जैन ने बताया कि, मरीज के स्तन कैंसर की बीमारी चौथे स्टेज में थी. मरीज का पूर्व में कीमोथेरेपी  के जरिए इलाज किया गया था, लेकिन इलाज के बाद भी बीमारी सिर्फ फेफड़े में एक गांठ बच गई थी जो कि इलाज के बाद भी बढ़ रही थी.


 इस गांठ का रेडियो थेरेपी एसबीआरटी के जरिए इलाज किया गया. इस तकनीक से शरीर के अन्य अंगों के कैंसर जैसे लीवर, फेफड़े स्पाइन, प्रोस्टेट का इलाज भी किया जा सकता है. इस इलाज में मरीजों को बिना भर्ती किए चार-पांच दिन में पूरा इलाज किया जाता है.
मरीज का हुआ निशुल्क इलाज
SMS हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने बताया कि, इस तकनीक से प्राइवेट सेक्टर में लगभग डेढ़ से 2 लाख का खर्च आता है जबकि s.m.s. अस्पताल में इस मरीज का चिरंजीवी योजना में निशुल्क इलाज किया गया. आने वाले दिनों में इस अत्याधुनिक तकनीक से राज्य के कैंसर रोगी मुख्यमंत्री निशुल्क योजना में निशुल्क इलाज करवा सकेंगे. 


इलाज करने के लिए डॉक्टर्स की टीम में डॉ आर एस गोठवाल, डॉ नीतू जैन, डॉ मुकेश साकरिया एवं रेजिडेंट्स डॉक्टर दीपेश, डॉ नरेश डॉक्टर हर्षा, डॉक्टर रोहित, डॉक्टर चंद्रशेखर, डॉक्टर विक्रम, डॉक्टर देवेंद्र एवम रेडिएशन फिजिसिस्ट टेक्नोलॉजिस्ट की टीम शामिल रही. अजमेर की रहने वाली मरीज चंपा देवी ने भी इलाज से संतुष्टि जताई और कहा कि मैं एकदम स्वस्थ हूं.


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