Rajasthan News: यू डी एच मंत्री झाबर सिंह खर्रा आज एक दिवसीय दौरे पर सीकर आए. यहां मंत्री खर्रा मीडिया से मुखातिब हुए. खर्रा ने बताया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक के हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में बांग्लादेश सरकार द्वारा संज्ञान नहीं लेने के विरोध में सीकर और श्रीमाधोपुर में सर्व हिंदू समाज की ओर से चार दिसंबर को आक्रोश रैली निकालकर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और यूएनओ के नाम ज्ञापन दिया जाएगा. यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि इसको लेकर आज संघ कार्यालय में संगठन और पार्टी के पदाधिकारी ने चर्चा परिचर्चा की है. यूडीएच मंत्री जबर सिंह खर्रा ने कहा कि सीकर में दोपहर 1:30 बजे रामलीला मैदान में सर्व हिंदू समाज के लोग एकत्रित होकर कलेक्ट्रेट तक जाएंगे और कलेक्टर को प्रधानमंत्री राष्ट्रपति और यूनो के नाम ज्ञापन सौंपकर कार्यक्रम का समापन किया जाएगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने धर्मांतरण कानून पर बोलते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों में जिस प्रकार का वातावरण बना है, लोभ, लालच व दबाव में और विशेष रूप से लव जिहाद के माध्यम से धर्मांतरण के कार्यक्रम हुए. इसके बाद उनकी जिस प्रकार से निर्मम हत्याएं हुई वह बहुत ही दुखद वातावरण था. इन सब से निपटने के लिए राजस्थान में धर्मांतरण कानून लाने का निर्णय किया गया है, जिसका मंत्रिमंडल में अनुमोदन हो चुका है. अब फरवरी में जब विधानसभा सत्र चलेगा, तब विधानसभा में विधेयक पेश किया जाएगा. 



यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने पीसीसी चीफ डोटासरा के धर्मांतरण कानून पर दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा की ओर से पहले भी वसुंधरा सरकार के समय धर्मांतरण कानून लाया गया था, लेकिन उसकी जो स्वीकृति मिलनी थी वह स्वीकृति नहीं मिल पाई, हालांकि विधानसभा से पारित हो गया था, जिस कारण से वह लागू नहीं हो पाया, लेकिन अब दोबारा लाकर राज्यपाल महोदय के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति से जब अनुमोदन होकर प्राप्त हो जाएगा तो वह कानून बनकर राजस्थान में लागू हो जाएगा. 



डोटासरा के मोहन भागवत को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए डोटासरा ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार सभी को है. मोहन भागवत सार्वजनिक रूप से कुछ बातें कहते हैं और कुछ संगठन के आधार पर बोलते हैं. यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि सार्वजनिक वक्तव्य स्वयं सेवकों और देश की जनता में जागृति पैदा करने का काम करता है, जबकि संगठन के स्तर पर बैठक कर चर्चा और परिचर्चा होती है तो वह संगठन में लागू करने पर होती है. जब तक जन जागृति नहीं होगी, जनता के बीच आपकी बातों को समर्थन नहीं मिलेगा, तब तक उसका कोई अर्थ नहीं है. इसलिए उन्होंने जो बातें कहीं जो जनता के बीच चर्चा और परिचर्चा हो और उसे पर बहस हो, फिर लोगों की उस पर सहमति बने और जब लोगों की सहमति के आधार पर उसे पर आमजन का समर्थन मिलेगा तो निश्चित रूप से वह बात पार्टी के स्तर पर लागू करेंगे. अगर कहीं आवश्यकता पड़ी की सरकार के स्तर पर कोई कार्रवाई होनी चाहिए, तो वह कार्रवाई होगी.



यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने अजमेर सहित अन्य मस्जिदों के नीचे मंदिरों के अवशेष होने के दावों के सवाल पर कहा इसमें कोई संदेह नहीं है कि एक हजार साल तक इस देश में जिस प्रकार का अन्याय और अत्याचार हुआ. धार्मिक स्थलों को नष्ट- भ्रष्ट किया गया और तलवार की नोक पर लोगों का धर्मांतरण हुआ. इसलिए इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि बहुत सी ऐसी जगह है, जहां पर हमारे धर्म स्थलों को तोड़कर दूसरे धर्मस्थल बनाए गए. अगर अजमेर की दरगाह में भी इस प्रकार का प्रकरण है तो मेरा मानना है कि किसी भी बात की सच्चाई तभी सामने आती है जब उसकी वैज्ञानिक तरीके से जांच होगी. वैज्ञानिक तरीके से जांच होने के बाद अगर इस प्रकार के सबूत मिलते हैं तो उसे समुदाय को भी इस बात को स्वीकार करना चाहिए और बैठकर उस बात का हल निकालना चाहिए. यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने निकाय चुनाव पर बोलते हुए कहा कि परिसीमन और पुनर्गठन का कार्यक्रम जारी हो चुका है. पहले परिसीमन होगा, उसके बाद वार्डो का पुनर्गठन होगा और उसके बाद चुनाव होंगे.



ये भी पढ़ें- RSS के कंधे पर बंदूक रखकर BJP बढ़ रही आगे! मस्जिदों में मंदिर मामले पर बोले डोटासरा



राजस्थान की ताज़ा ख़बरों के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Rajasthan News और पाएं Latest Rajasthan News हर पल की जानकारी। राजस्थान की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!