राजस्थानी प्रवासियों के प्रतिभा और संघर्ष को सलाम- राजेन्द्र राठौड़
राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में प्रवासी राजस्थानियों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ जहां मुझे मिले आत्मीय सम्मान के लिए मैं इंडिया-ऑस्ट्रेलिया स्ट्रैटेजिक एलाइंस एवं राजस्थानी मूल के नागरिकों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं.
Jaipur: राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने रविवार को सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में इंडिया-ऑस्ट्रेलिया स्ट्रैटेजिक एलाइंस और प्रवासी राजस्थानियों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शिरकत कर उन्हें अपने गांवों में पूर्वजों की धरोहरों, जमीनों और खेत-खलिहानों को संभालने और माटी से जुड़ी चीजों से जुडे़ रहने के लिए प्रदेश में आने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि वह अपनी मातृभूमि से जुड़े रहे.
राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में प्रवासी राजस्थानियों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ जहां मुझे मिले आत्मीय सम्मान के लिए मैं इंडिया-ऑस्ट्रेलिया स्ट्रैटेजिक एलाइंस एवं राजस्थानी मूल के नागरिकों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं.
राठौड़ ने कहा कि सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में राजस्थान परिवार के लोगों के बीच आकर मुझे काफी खुशी महसूस हो रही है, मुझे लग ही नहीं रहा कि मैं राजस्थान की धरा से दूर विदेश में हूं. ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच प्रवासी राजस्थानी एक सेतु के रूप में भारतीय संस्कृति, सभ्यताओं एवं परंपराओं का प्रचार प्रसार कर रहे हैं जो अद्वितीय एवं अद्भुत है.
राठौड़ ने कहा कि 'वसुधैव कुटुम्बकम' भारतीय संस्कृति का आदर्श है. देश-प्रदेश के सांस्कृतिक मूल्यों एवं संस्कारों को दुनिया के कोने-कोने में फैलाकर देश का गौरव ऊंचा करने वाले सभी कर्तव्यनिष्ठ प्रवासी राजस्थानियों की प्रतिभा और संघर्ष को सलाम करता हूं.
राठौड़ ने कहा कि देश में आज निवेश का वातावरण बन रहा है. वर्ष 2025 तक बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय देश में निवेश कर यहां उद्योग स्थापित करेंगे. वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया में जेम्स, मिनरल्स, कृषि, खनन और जल प्रबंधन जैसे कई क्षेत्रों में प्रमुखता से व्यापार होता है.
राठौड़ ने राजस्थानी मूल के लोगों को प्रदेश में आकर निवेश करने के लिए भी प्रोत्साहित किया और विश्वास दिलाया कि राजस्थान में निवेश करने पर प्रवासी राजस्थानियों को जिस भी मूलभूत सुविधाओं की आवश्यकता है उसके लिए व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास करके उन्हें हरसंभव मदद पहुंचाएंगे.
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राठौड़ ने कहा कि जब कभी कोई आपदा या कोई संकट आती है तो प्रवासी राजस्थानियों को अपनी माटी से प्रेम इस कदर होता है कि वह निस्वार्थ भाव से मानवता की सेवा में अग्रणी भूमिका निभाते हैं. कोरोना काल में भी प्रवासी राजस्थानियों ने सेवाभाव की जो मिसाल पेश की उससे राजस्थान का मान समूचे विश्व में बढ़ा है.
कार्यक्रम के दौरान इंडिया-ऑस्ट्रेलिया स्ट्रैटेजिक एलाइंस के चेयरमैन डॉ जगविंदर सिंह, हरशरण सिंह रोमाणा, विजय सिंह राणा, गुरिंदर सिंह गब्बा, विकास शर्मा, कीर्ति शर्मा और डॉक्टर नीति राज संधु सहित अन्य प्रवासी राजस्थानी उपस्थित रहे.
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