जयपुर: देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच अपराधों की रोकथाम और जांच के लिए परस्पर सामंजस्य बनाने के मकसद से राजधानी जयपुर में पुलिस जांच एजेंसियों के प्रमुखों के सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. केंद्रीय गुप्तचर प्रशिक्षण संस्थान जयपुर में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय गुरुवार को पुलिस जांच एजेंसियों के प्रमुखों के तीसरे राष्ट्रीय सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन किया. 


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इस मौके पर देशभर से आए पुलिस जांच एजेंसियों के प्रमुख शामिल हुए. सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि देश की आतंरिक सुरक्षा में पुलिस का बड़ा योगदान है. कानून व्यवस्था, अपराधों की रोकथाम में पुलिस का सराहनीय काम रहा है, लेकिन आपदा के समय भी देश में पुलिस के काम को सराहा गया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सोच देश की पुलिस को स्मार्ट बनाने की है. इसी दिशा में आगे काम किया जा रहा है.


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अम्‍ब्रेला योजना को जारी रखने की मंजूरी 


आज वक्त के साथ अपराधों की प्रकृति बदल गई है. ऐसे में पुलिस को आधुनिक तकनीक अपनानी होगी. अपराध घटित होने पर जांच और अनुसंधान में अत्याधुनिक तकनीक विषय पर विभिन्न जांच एजेंसियों और अभियोजन विंग के बीच समन्वय जरूरी है. पुलिस को अपराध की तह तक जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 26 हजार 275 करोड़ रुपए के खर्च से साल 2021-22 से 2025-26 के लिए ‘पुलिस बलों के आधुनिकीकरण’ की व्यापक योजना को मंजूरी दी है. पुलिस बलों के आधुनिकीकरण की अम्‍ब्रेला योजना को जारी रखने की मंजूरी दी है. केंद्र सरकार नए कानून और एक्ट्स लाकर पुलिस को और मजबूत बनाएगी.


दो दिवसीय सम्मेलन में इन मुद्दों पर होगी चर्चा


दो दिवसीय इस सम्मेलन में जांच के प्रमुख मुद्दों, नवीनतम कानूनों, निर्णयों, अभियोजन, आपराधिक कानून में विभिन्न संशोधन, फोरेंसिक विज्ञान में नवीनतम तकनीक को अपनाने के साथ ही परस्पर सामंजस्य बनाने पर चर्चा होगी. इसमें विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ तकनीकी पक्षों पर चर्चा करेंगे.