Rajasthan: राजस्थान में देवनारायण जयंती पर राज्य सरकार ने घोषित किया अवकाश,आज बंद रहेंगे सभी स्कूल और कॉलेज
Rajasthan: राजस्थान में देवनारायण जयंती पर राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है, दरअसल गर्जर समाज लंबे समय से देवनारायण जयंती पर आवकाश घोषित करने की मांग कर रहा था. सीएम अशोक गहलोत ने चुनावा साल में राजस्थान में गुर्जरों को अपने पाले में लेने के लिए ये बड़ा फैसला लिया है.
Rajasthan: देवनारायण जयंती पर राज्य सरकार ने अवकाश घोषित किया है, लंबे समय से गुर्जर समाज की तरफ से मांग की जा रही थी. इस मांग पर अब सीएम अशोक गहलोत ने मुहर लगा दी है. देवनारायण बोर्ड की तरफ से जोगिंदर अवाना ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया है, भीलवाड़ा के आसींद में 28 जनवरी को देवनारायण की जयंती का बड़ा कार्यक्रम है.
अवाना बोले, गुर्जर समाज को गहलोत सरकार ने आरक्षण दिया है. MBC से अनेक फायदे हुए 10 हजार युवाओं को नौकरी मिली. 10 आरएएस, 300 डॉक्टर सेवा में चयन हुआ.
प्रदेश में देवनारायण जयंती पर सरकारी छुट्टी की घोषणा कर दी गई. जिसकी वजह से आज पूरे राजस्थान में स्कूल और कॉलेज समेत तमाम सरकारी दफतर बंद रहेंगे. पीसीसी सचिव जसवंत गुर्जर ने जताया सीएम अशोक गहलोत का आभार.
साथ ही जसवंत गुर्जर ने बीजेपी नेताओं पर सवाल उठाए हैं. बोले - बीजेपी सरकार के समय आरक्षण मांग रहे गुर्जर शहीद हुए. लेकिन कभी बीजेपी ने नहीं जताया इस पर दुख.
जानें कौन है भगवान श्री देवनारायण
भगवान श्री देवनारायण की एक गौरक्षक, असहाय लोगों के कष्टों का निवारण करने वाले लोक देवता एवं पराक्रमी योद्धा के रूप में आराधना की जाती है. राजस्थान एवं अन्य राज्यों में बड़ी संख्या में विभिन्न समाज के श्रद्धालुओं द्वारा भगवान श्री देवनारायण की पूजा की जाती है.
अवाना ने आगे कहा कि अशोक गहलोत और कांग्रेस सरकार हमेशा से गुर्जर समाज को प्रोत्साहन देने के लिए संकल्पबद्ध रही है. कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए गुर्जर समाज के आंदोलनों पर कभी बल प्रयोग नहीं किया गया,
जबकि भाजपा सरकार ने गोलियों से 73 गुर्जरों की हत्या की है. इसके अलावा उन्होंने गुर्जरो के अन्य मुद्दों को लेकर भी खुलकर बोला कि अशोक गहलोत के जरिए 2010 में 1 प्रतिशत आरक्षण दिया गया और 2019 में प्रतिशत आरक्षण दिया गया.
जिसमे लगभग 10000 एम.बी.सी. वर्ग के व्यक्तियों को नियुक्तियां प्राप्त हुई जिसमें 100 के करीब आर.ए.एस., आर.पी.एस. व अन्य समकक्ष पद शामिल रहे तथा 300 करीब डॉक्टर की नियुक्ति व अध्यापकों तथा अन्य समकक्ष पदों पर नियुक्तियां की गई. अभी हाल ही में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की मांग पर विभिन्न राजकीय मेडिकल कॉलेजो पाठ्यक्रम में एम.बी.सी. वर्ग के छात्रों की ट्यूशन फीस माफ की गई है.