Tata Pay: भारतीय रिजर्व बैंक (reserve Bank of India) ने टाटा समूह के डिजिटल भुगतान ऐप टाटा पेमेंट्स (Tata Payments) को भुगतान एग्रीगेटर (PA) लाइसेंस प्रदान किया है, बताया जा रहा है, कि इससे कंपनी को अपने प्लेटफॉर्म के माध्यम से E-commerce लेनदेन को सुविधाजनक बनाने में आसानी होगी. 


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बताया जा रहा है, कि टाटा पे, बहुप्रतीक्षित भुगतान लाइसेंस को सुरक्षित करने के लिए रेजरपे, कैशफ्री, गूगल पे समेत अन्य कंपनियों में शामिल हो गया है. जानकारी के मुताबिक, "पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस के साथ, टाटा अपनी सहायक संस्थाओं के भीतर सभी ईकॉमर्स लेनदेन को सशक्त बना सकता है, जिससे उसे फंड को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिलेगी."


टाटा पे के साथ, निवेश प्लेटफॉर्म ग्रो द्वारा समर्थित बेंगलुरु स्थित पहचान सत्यापन स्टार्टअप डिजीओ ने भी 1 जनवरी तक पीए लाइसेंस हासिल कर लिया है. डिजीओ कई फिनटेक के लिए डिजिटल पहचान को शक्ति प्रदान करता है और इन-पेमेंट सेवाओं को बंडल करने में सक्षम होगा. 


मार्किट में मौजूद हैं ये पेमेंट Apps


गूगल-पे : आपको बता दें, कि गूगल पे एक इंडियन डिजिटल भुगतान प्रणाली एप्लिकेशन है, जिसे Google द्वारा विकसित किया गया है. यह ऐप भारत में सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले पेमेंट ऐप में से एक है. Google Pay का उपयोग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से भुगतान करने के लिए किया जा सकता है.


फोन-पे : PhonePe एक भारतीय डिजिटल भुगतान प्रणाली ऐप है जिसे Flipkart द्वारा विकसित किया गया है. यह ऐप भारत में दूसरा सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला पेमेंट ऐप है. PhonePe का उपयोग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से भुगतान करने के लिए किया जा सकता है.


पेटीएम : Paytm एक भारतीय डिजिटल भुगतान प्रणाली ऐप है जिसे Paytm द्वारा विकसित किया गया है. यह ऐप भारत में तीसरा सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला पेमेंट ऐप है. Paytm का उपयोग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से भुगतान करने के लिए किया जा सकता है.