धार्मिक मेलों में ऐसी व्यवस्था हो कि दूर के श्रद्धालु परेशान ना हों- CM गहलोत
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राज्य में धार्मिक मेलों के के लिए राज्य सरकार संकल्पित है. सरकार की मंशा है कि धार्मिक मेलों के आयोजन में इस प्रकार की व्यवस्था की जाए कि दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं को दर्शन में असुविधा ना हो.
Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य में धार्मिक मेलों के सफल और सुरक्षित आयोजन के लिए राज्य सरकार संकल्पित होकर कार्य कर रही है. इसके लिए धर्म-गुरुओं और सामाजिक संस्थानों के साथ समन्वय कर कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों और तीर्थ स्थानों के विकास के लिए पेयजल, शौचालय, पार्किंग, सड़क मार्गों और आधारभूत संरचनाओं का विकास सहित सभी मांगों पर सरकार की ओर से विचार किया जाएगा. इसके लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.
मुख्यमंत्री निवास पर धार्मिक स्थलों पर मेलों और अन्य आयोजनों में सुरक्षा प्रबंध के संबंध में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इस बैठक का मकसद धर्म गुरूओं और मेलों के आयोजन से जुड़े लोगों से संवाद कर उनके सुझाव प्राप्त करना था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की मंशा है कि धार्मिक मेलों के आयोजन में इस प्रकार की व्यवस्था की जाए कि दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं को दर्शन में असुविधा ना हो. उन्होंने कहा कि मेलों के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन तथा मेला समिति में अच्छा समन्वय आवश्यक है. दोनों के बीच नियमित अंतराल पर बैठकें होती रहनी चाहिए.
गहलोत ने कहा कि बड़े तीर्थ स्थलों के साथ छोटे मंदिरों में प्रबंधन संबंधी समस्याओं के निस्तारण के लिए राज्य सरकार इनके प्रतिनिधियों से भी संवाद स्थापित करेगी. उन्होंने कहा कि सभी मेलों में एम्बुलेन्स, फायरब्रिगेड़ तथा सीसीटीवी कैमरे की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए . मंदिरों के दर्शन में बुजुर्गों, दिव्यांगों और महिलाओं को प्रमुखता दी जाए तथा सुरक्षा के प्रबंध चाकचौबन्द हो . श्रद्धालुओं की ज्यादा आवक वाले धार्मिक स्थानों पर भीड़ प्रबंधन के विशेष इंतजाम किए जाए .
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आयोजित होने वाले धार्मिक मेलों में बड़ी संख्या में मध्यप्रदेश, गुजरात सहित अन्य राज्यों से श्रद्धालु आते हैं. उन्हें हर प्रकार की सुविधा व सुरक्षा उपलब्ध कराने हेतु प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि राजस्थान धार्मिक पर्यटन के एक शानदार केन्द्र के रूप में विकसित हो. राज्य के सभी धार्मिक स्थल सुंदर बनें तथा सभी सुविधाओं से युक्त हों. धार्मिक मेलों के सुरक्षित अयोजन हेतु पर्यटन विभाग की ओर से 1 सितम्बर से जारी दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जाए.
इससे पहले देवस्थान मंत्री शकुन्तला रावत ने कहा कि विभाग के सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों में शुद्ध पेयजल, शौचालय आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जा रहा है. स्थानीय निकायों मंदिर समितियों से समन्वय कर आवश्यक अनुमतियां प्रदान की जानी चाहिए, ताकि सुविधाओं का विकास समयबद्ध तरीके से हो सके.
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