जयपुरः सवाई मानसिंह स्टेडियम में शनिवार से दो दिवसीय ''खेल कराटे लीग'' का आयोजन किया जा रहा है. लीग के दौरान मैदान में आयोजकों द्वारा की गई खामियों का खामियाजा खिलाड़ी और उनके परिजनों को भुगतना पड़ा. देशभर के खिलाड़ियों से मोटी रकम लेकर आयोजनकर्ताओं ने कराटे लीग के नाम पर लाखों रुपया अपनी जेब में डाल लिया, सुविधाओं के नाम पर खिलाड़ियों को कुछ भी नहीं दिया.


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जबकि लीग शुरू होने के पहले खिलाड़ियों को लंबे चौड़े आश्वासन दिए गए थे. लेकिन यहां धरातल पर कुछ भी नहीं देखने को मिला. लीग शुरू होने के पहले ही इंडोर स्टेडियम की बिजली व्यवस्था ठप्प हो गई. जिसके चलते इंडोर स्टेडियम में सफोकेशन हो गया, जिससे आयोजन समिति के सदस्य के साथ-साथ खिलाड़ी भी पसीने से तरबतर हो गए. लीग करवाने वाली संस्था का राष्ट्रीय या राज्य कराटे संघ से कोई संबंध भी नजर नहीं आया.


 मेट पर खिलाड़ी और रेफरी दोनों ही चमड़े के जूते पहने हुए नजर आए, जबकि इन्हें स्पोर्ट्स शूज पहनने चाहिए थे. वहीं, रेफरी के डिसीजन पर भी कई खिलाड़ी और उनके परिजनों ने सवाल उठाए. भेदभाव का आरोप लगाया. इसी के साथ ही छोटे-छोटे बच्चे सुबह से ही स्टेडियम आना शुरू हो गए थे. जिन्हें नाश्ते, पानी की भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराई.


इस स्थिति में भूखे प्यासे बच्चे अपने हुनर का बेहतर प्रदर्शन कैसे करेंगे इस पर भी सवाल उठे. कुल मिलाकर कहा जाए तो आयोजकों द्वारा इस आयोजन को करवा कर अपनी जेबे भरना साबित हुआ. जबकि आयोजनकर्ताओं को इस बात का ध्यान रखना चाहिए था कि खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा देकर इस आयोजन को और भी बेहतर कैसे बनाया जाए, 


Reporter- Anoop Sharma


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