जयपुर/ मुंबई:  महाराष्ट्र में सियासी हलचल के बीच शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जनता के साथ संवाद किया. फेसबुक लाइव के जरिए उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं. मुझे सीएम पद का कोई लोभ नहीं है. मैं अपने ही लोगों को पसंद नहीं हूं, इसमें मैं क्या कर सकता हूं. जब हमारे विधायकों को मेरे ऊपर भरोसा नहीं है तो मैं किसी से क्या कह सकता हूं.


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अगर विधायकों को किसी तरह की समस्या थी तो वो मुझसे बात करते.सूरत जाने की उन्हें क्या जरूरत थी. विधायक सामने आकर कहते मैं इस्तीफा दे देता. मैंने राज्यपाल से बात की है, इस्तीफा लिखकर रखा हूं. उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसैनिक पार्टी से गद्दारी ना करें. अगर कोई शिवसैनिक मुख्यमंत्री बने तो मुझे खुशी होगी. उद्धव ठाकरे ने कहा कि मेरे ऊपर शरद पवार और सोनिया गांधी ने भरोसा जताया था, लेकिन हमारे अपने ही लोग ही मेरे ऊपर भरोसा नहीं कर पाए.


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जनता से संवाद करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं कोरोना संक्रमित हूं. मेरी रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई है, मैं लोगों से मिल नहीं रहा हूं, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि शिवसेना बालासाहेब की सेना है. हिंदुत्व से कभी अलग नहीं हो सकते हैं. शिवसेना हिंदुत्व से अलग नहीं है, शिवसेना हिंदुत्व कभी नहीं छोड़ सकती है. शिवसेना को हिंदुत्व पर सफाई देने की जरूरत नहीं है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारे कुछ विधायक गायब हैं, कुछ विधायकों ने हमसे संपर्क करने की कोशिश की है, लेकिन मैं बागी विधायकों से बात नहीं करूंगा. हमारे साथ 63 विधायक हैं, हमारे  विधायकों को मुंबई नहीं आने दिया जा रहा है. 


महाराष्ट्र में संकट में सरकार


बता दें कि महाराष्ट्र में महा अघाड़ी सरकार संकट में है. शिवसेना से 34 विधायक अलग हो गए हैं. एकनाथ शिंदे को इन विधायकों ने अपना नेता चुन लिया है. 34 विधायकों ने हस्ताक्षर कर एकनाथ शिंदे को नेता चुना है. वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एकनाथ शिंदे सभी विधायकों को गुवाहाटी लेकर रवाना हो गए हैं.