Jaipur News : राजस्थान बोर्ड आफ मुस्लिम वक्फ बोर्ड की बैठक वक्फ बोर्ड कार्यालय में हुई. , एक सप्ताह में हुई दूसरी बैठक काफी हंगामेदार रही. बोर्ड की ओर से जयपुर समेत प्रदेशभर में वक्फ संपत्तियों के संरक्षण के लिए नई 100 कमेटियां गठित की गई. इस बीच मुस्लिम संगठनों की ओर से बोर्ड में अध्यक्ष और सदस्यों के समक्ष नारेबाजी की,,, मुस्लिम परिषद संस्थान, मुस्लिम प्रोग्रेसिव फेडरेशन व अन्य अनेक संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने मुस्लिम मुसाफिरखाना की तौलियत कमेटी को खत्म करने व नई कमेटी का गठन करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रतिनिधिमंडल में मुस्लिम परिषद संस्थान के अध्यक्ष युनूस चौपदार, मुस्लिम प्रोग्रेसिव फ्रंट के कंवीनर अब्दुल सलाम जौहर, मुस्लिम महासभा के सैयद साहेब आलम,अल्पसंख्यक विकास संस्था के एडवोकेट असलम खान सहित अन्य लोग मौजूद रहे. बैठक में ​तौलियत खत्म करने को लेकर प्रस्ताव पारित किया.


नीलामी प्रक्रिया फिर बनी मुद्दा


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एमआईरोड स्थित नवाब कल्लन शाह के नाम से 33 बीघा वक्फ संपत्ति एमएल क्वार्टर की जमीन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. आज जेडीए ने संपत्ति को अपना बताकर नीलामी प्रक्रिया शुरू करने की बात कही. बोर्ड बैठक में चेयरमैन खानू खान बुधवाली समेत सदस्य रफीक खान अन्य ने नीलामी प्रक्रिया को रुकवाने के लिए जेडीए को पत्र लिखा,,, पूरे मामले में बोर्ड जेडीए के खिलाफ अब कोर्ट जाने के तैयारी में है. मुस्लिम संगठनों का कहना है कि दस्तावेज पूरे होने के बावजूद वक्फ बोर्ड इस भूमि को अपना साबित नहीं कर पा रहा है.


यूसुफ खान के खिलाफ एकजुट हुए लोग


बोर्ड मेंबर यूसुफ खान के खिलाफ बड़ी संख्या में सरवाड़ से आए लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप था कि यूसुफ खान सरवाड़ दरगाह में अवैध रूप से वसूली करते हैं, उन्होंने दरगाह में अवैध कब्जे कर रखे हैं.


मुस्लिम मुसाफिर खाने की तौलियत कमेटी का दर्जा पूर्णतया खत्म कर दिया गया है. नई कमेटी बनाने को लेकर प्रस्ताव रखा गया है. इसके अलावा नई कमेटियां प्रदेशभर में गठित की गई है. जहां भी शिकायतें मिली है उनकी जांच करवाई जा रही है. जयपुर में नवाब कल्लन के मामले में वक्फ न्यायालय में कार्यवाही करने व जिला कलेक्टर व जेडीए को पत्र लिखकर जमीन की नापजोख करवाने का निर्णय लिया गया. वक्फ बोर्ड के वार्षिक बोर्ड का अनुमोदन किया गया है. राजस्थान बोहरा ओकाफ के वार्षिक वर्तमान अंशदान में बढ़ोतरी के साथ ही कई विकास कार्यों पर मंजूरी दी गई.