Jaipur: राजस्थान विधानसभा का सोमवार से शुरू हो रहा सत्र हंगामेदार रहेगा. भारतीय जनता पार्टी सरकार को सदन के अंदर और बाहर सड़क पर घेरेगी. भाजपा प्रदेश कार्यालय में रविवार को हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई. भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, उपनेता प्रतिपक्ष सहित अन्य विधायक मौजूद रहे.


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करीब डेढ़ घंटे चली विधायक दल बैठक में तय किया गया कि 20 सितंबर को भाजपा सड़क पर सरकार को लम्पी कहर, बिजली की दरों और कानून व्यवस्था को लेकर घेरेगी तो वहीं, सदन में बेरोजगारी, महिला अपराध, गोवंश की मौत, खस्ताहाल सड़कें सहित अन्य मुद्दों पर विधायक सरकार चैन की सांस नहीं लेने देंगे. बैठक में विधायकों से सदन में उठाए जाने वाले मुद्दों के बारे में पूछा गया, वहीं प्रमुख नेताओं ने मुद्दों को उठाने के तरीके की जानकारी दी. 


प्रश्न लगाने से वंचित करने पर विरोध 


भाजपा के सभी विधायकों को सोमवार को सुबह साढे नौ बजे विधानसभा बुलाया गया,,विधायक सदन में प्रश्न लगाने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे और आगे की रणनीति बनाएंगे. गौरतलब है कि सदन का सत्रावसान नहीं किया गया, जिससे सदन कंटीन्यू है. ऐसे में विधायक मानसून सत्र में नए सवाल पूछने से वंचित हो गए हैं. इसे लेकर भाजपा विधायकाें का कहना है कि यह उनके हितों पर कुठाराघात है. सदन में सवालों के जरिए क्षेत्र की समस्याएं उठाना उनका हक है, लेकिन इससे वंचित कर दिया है.  नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से मिलकर इस पर नाराजगी जताएंगे. 


सरकार को भागने नहीं देंगे - राठौड़
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने आरोप लगाया कि लम्पी को लेकर सरकार का बंदोबस्त छोटा पड़ता जा रहा है. बिजली में सिक्योरिटी के नाम पर ज्यादा वसूली की जा रही है. कर्जा माफी के नाम पर किसानों की जमीन नीलाम होने जा रही है. इन मुद्दाें को लेकर सरकार से मजबूर करेंगे कि तर्क के आधार पर बहस करें. सरकार हमेशा बचकर निकलना चाहती है, हम सदन को चलाएंगे, सरकार भागना चाहेगी, लेकिन भागने नहीं देंगे. हम सदन के अंदर और बाहर लड़ाई लड़ेंगे. 


सरकार कुछ काम नहीं कर रही- अरूण सिंह 


गहलोत सरकार लम्पी के मामले में केंद्र पर दोषारोपण करने का काम कर रही है. सरकार कुछ काम नहीं कर रही है यूपी सरकार ने गोवंश बचाने के लिए बहुत काम किया है, लेकिन गहलोत सरकार कुछ नहीं कर रही है. उत्तर प्रदेश में केंद्र की सहायता बिना टीकाकरण करने का काम कर दिया तो गहलोत सरकार बताएं कितनी वैक्सीन खरीदी है. क्या गोवंश बचाने के लिए पैसा नहीं कर सकते हैं झूठ फरेब कब तक चलेगा ? खनन माफियाओं ने लूट लिया, यह कहे तो सरकार, फिर आपदा घोषित कर देंगे. 


कटारिया ने भी बोला हमला


नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि  बैठक विधायकों का सबसे ज्यादा विरोध इस बात का आया कि विधानसभा का सदन स्थगित नहीं किया. स्थगित होता तो छह महीने में क्षेत्र में आने वाले विषयों को उठाते. इसका उनमें भारी आक्रोश है. विधानसभा स्पीकर से मिलकर नाराजगी जाहिर करेंगे. कल सुबह या दोपहर में मिलेंगे.  अप्रेल में लम्पी ने दस्तक दे दी फिर भी तैयारी नहीं है , सरकार 57 हजार ही मौत बता रही है, लेकिन यह लाखों रूपए है. सरकार काम करना ही नहीं चाहती है. सरकार ने गौ सेस लगाया, लेकिन पैसा समय पर नहीं पहुंचा. हमारे पास पैसे की कोई कमी नहीं है, लेकिन सरकार अतिवृष्टि के मामले में कोई नुकसान की भरपाई नहीं कर रही. 


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