Vidhansabha Elections: 'लोकतंत्र रो रंगीलों त्यौहार' यानि चुनाव को लेकर निर्वाचन विभाग के साथ जिला निर्वाचन ने भी तैयारी शुरू कर दी हैं. मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के साथ में 4 अक्टूबर तक चलने वाले विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के लिए वॉक ए थॉन का आयोजन हुआ.


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गांधी सर्किल से मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता और जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने आसमान में  बैलून छोड़कर वॉकथॉन को रवाना किया.साइकिल रैली-वॉकथान में जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारियों के साथ में हाथों में मतदान के प्रति जागरूकता का संदेश लिखी हुई तख्तियां लेकर एनसीसी कैडेट्स, स्कूली और कॉलेज के स्टूडेंट्स शामिल हुए.


 वॉक ए थॉन का आयोजन
पिंकसिटी में आज विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के लिए वॉक ए थॉन का आयोजन किया गया.गांधी सर्किल से जवाहर कला केंद्र तक हुई वॉक ए थॉन में मुख्य निर्वाचन अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी से लेकर जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारियों और एनसीसी कैडेट्स, स्कूली-कॉलेज के स्टूडेंट्स शामिल हुए.जिसमें मतदाता सूची विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम-2023 को लेकर प्रचार प्रसार किया गया.


4 अक्टूबर  अपडेट होगी मतदाता सूची
.4 अक्टूबर तक चलने वाले विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम में मतदाता अपनी वोटर लिस्ट में त्रुटियों को दूर करा सकें.वोटर लिस्ट में दर्ज नाम को आधार से लिंक करा सकें और नए मतदाता अपना नाम जोड़ने का काम कर सकेंगे.इस अवसर पर नुक्कड नाटक के माध्यम से मतदान का महत्व भी बताने के साथ मतदान की प्रकिया से जुडे सवाल-जबाव भी हुए.


हर व्यक्ति को मतदान जरूर करना चाहिए
स्टूडेंट्स ने बताया की मतदान एकमात्र ऐसा साधन है, जिससे देश की जनता स्वयं अपने देश का विकास निर्धारित कर सकती है.हम सभी मत देने की शक्ति से अपने देश की बागडोर संभालने के लिए योग्य व्यक्ति को चुन सकते हैं.भारत एक ऐसा देश है जो लोगों को अपने देश के लिए फैसले लेने की पूर्ण आजादी देता है.हर व्यक्ति को मतदान जरूर करना चाहिए, क्योंकि हर एक मत कीमती है..हर वोट नए भारत का आधार साबित होगा और जागरूक मतदाता ही नए भारत का भाग्य विधाता होगा.हर व्यक्ति वोट डाले.वोट राष्ट्र निर्माण के लिए होता है.ऐसे में अपने मताधिकार का उपयोग जरूर करें.
ऐसे करवा सकेंगे मतादाता सूची को अपडेट
जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने बताया की 21अगस्त को मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन हो चुका हैं.और 4 अक्टूबर को मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन होगा.आगामी विधानसभा चुनावों के लिए फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है.इसी के तहत साइकिल रैली-वॉकथान का आयोजन किया गया है.
मतदाता सूची में ऐसे जोड़े नाम
...मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, बूथ की जानकारी, वोटर कार्ड कैसे बनेगा जैसे कई जानकारियां बारीकी से अवगत करवाई जा रही हैं.मतदाता जागरूकता हमारे देश के भविष्य के लिए अति आवश्यक है..अगर हम जागरूक होंगे, तो हमारे देश की तस्वीर बदलेगी और देश का भविष्य उज्जवल होगा..मतदान हमारा अधिकार है और कर्तव्य भी है....युवाओं को तो निश्चित रूप से मतदान करना चाहिए क्योंकि युवा देश की नींव होते हैं....हर मतदाता चुनाव में एक नायक होता है...


मतदान करना राष्ट्र के लिए आवश्यक और हितकारी है.ब्रांड एम्बेसडर ने छात्र-छात्राओं को एक-एक वोट का महत्व समझाया.जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने बताया की मतदाता सूचियों के प्रारूप प्रकाशन के बाद अब सूचियों संबंधित दावे-आपत्तियां 21 अगस्त से 19 सितंबर तक प्राप्त की जाएंगी.प्राप्त दावे-आपत्तियों का निस्तारण 28 सितंबर तक किया जाएगा..


इसके बाद 1 अक्टूबर तक शुद्धिकरण (हेल्थ पैरामीटर) और मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के लिए आयोग की अनुमति लेकर डेटाबेस को अद्यतन करने के साथ पूरक मतदाता सूची का मुद्रण किया जाएगा.मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 4 अक्टूबर को किया जाएगा..
डोर-टू-डोर सर्वे 
18 वर्ष की आयु पूरी करने वालों से अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाने की अपील की है..इसके लिए निर्वाचन आयोग के मतदाता सेवा पोर्टल, वोटर हेल्पलाइन एप और बीएलओ एप के जरिए पंजीकरण कराया जा सकता है...जिले में बीएलओ की तरफ से डोर-टू-डोर सर्वे के साथ मोबाइल डेमोस्ट्रेशन वैन व ईवीएम सेंटरों के जरिए मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.नए मतदाताओं के पंजीयन व मतदाता जागरूकता के लिए विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न जागरूकता गतिविधियां संचालित की जा रही हैं.


बहरहाल, चुनाव, लोकतंत्र की अनिवार्य शर्त और सफलता की कसौटी भी है.प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य हो जाता है कि वह उसके प्रति सावधान रहे....कई बार ऐसा भी होता है कि कुछ लोग यह सोचकर चुनावों के समय मत प्रयोग नहीं भी करते कि हमारे एक मत के न डालने से क्या बनने-बिगड़ने वाला है.लेकिन वस्तुत: बात ऐसी नहीं.कई बार हार-जीत का निर्णय केवल एक ही वोट पर निर्भर हुआ करता है. सजग सावधान और जागरूक मतदाता ही चुनावों को सार्थक बनाने की भूमिका निभा सकता है..इसलिए अपने मत का प्रयोग अवश्य, परंतु सोच-समझकर करना चाहिए..यही इसका सदुपयोग सार्थकता और हमारी जागरूकता का परिचायक भी है.


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