Jaipur : कांग्रेस के जन घोषणा पत्र 2018 में राज्य कर्मचारियों से किए वादों को पूरा नहीं करने के विरोध में प्रदेश के राज्य कर्मचारियों ने अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) के आव्हान पर सभी जिला मुख्यालयों पर धरने-प्रदर्शन किये और जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन प्रस्तुत किया. जयपुर में यह प्रदर्शन महासंघ, एकीकृत के प्रदेशाध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ और जिला अध्यक्ष छोटे लाल मीणा के नेतृत्व में किया गया. 


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चुनाव में सरकार उठाएगी नुकसान


जयपुर पर कर्मचारियों की सभा को संबोधित करते हुए महासंघ (एकीकृत) के प्रदेशाध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि सरकार अपने चुनावी वादों को शीघ्र पूरा करें अन्यथा आने वाले चुनाव में सरकार को इसका बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा. उन्होंने मुख्यमंत्री से कर्मचारियों की लंबित मांगों को शीघ्र पूरा करने की मांग की है. 


ये हैं मुख्य मांगें



प्रमुख मांगों में वेतन विसंगतियों के लिए गठित खेमराज चौधरी एवं सामंत कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक करना, संविदा कर्मी सहित सभी अस्थाई कर्मचारियों को नियमित करना , चयनित वेतनमान (एसीपी) का परिलाभ 9, 18 व 27 वर्ष के स्थान पर 8, 16 , 24 व 32 वर्ष पर पदोन्नति पद के समान देने, अर्जित अवकाश की सीमा 300 दिवस से बढ़ाकर सेवानिवृत्ति तक जोड़ने, ग्रामीण क्षेत्र के कर्मचारियों को मूल वेतन का 10% ग्रामीण भत्ता स्वीकृत करने तथा अधीनस्थ मंत्रालयिक संवर्ग को सचिवालय कर्मियों के समान पदोन्नति एवं वेतन भत्ते देने तथा द्वितीय पदोन्नति ग्रेड पे - 4200 पर सुनिश्चित करने की मांग की गई है.


Reporter- SACHIN SHARMA


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