राजस्थान चुनाव: कांग्रेस ने राजस्थान के लिए कर्नाटक मॉडल पर ब्रेक लगा दिया है, हालांकि पार्टी हाईकमान ने सीटों की लिस्ट जारी करने से पहले तीन सर्वे कराए थे. जिसमें कई मौजूदा विधायकों का रिपोर्ट कॉर्ड सही नहीं था,इसके बाद पार्टी में बड़े स्तर पर ये माना जा रहा था कि कर्नाटक की तरह यहां भी नए चेहरों पर पार्टी दांव लगा सकती है, पर यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ. राजस्थान कांग्रेस ने सबको साधते हुए पुराने चेहरों और सिटिंग एमएलए पर भरोसा जताया है. 


सर्वे रिपोट का नहीं हुआ असर


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पहली और दूसरी सूची को मिलाकर कांग्रेस ने अबतक 76 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की है, जिसमें से 66 कैंडिडेट्स पुराने हैं, यानी पार्टी ने 90 फीसदी सीटों पर चेहरे रिपीट किए हैं. हालांकि सर्वे रिपोट के बाद कई तरह के बयान भी आ रहे थे. लेकिन अब राजस्थान में टिकटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस ने अपना प्लान चेंज कर लिया है. सीएम अशोक गहलोत समेत तमाम पीसीसी के पदाधिकारियों ने गेमचेंजर प्लान लागू कर दिया है. लेकिन अब देखना होगा कि पार्टी अपनी तीसरी लिस्ट में कितने नामों की घोषणा करती है. किन चेहरों को मौका देती है.


कांग्रेस का मुस्लिम कॉर्ड


राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर कांग्रेस ने अबतक 76 प्रत्याशियों की सूची जारी की है,जिसमें 6 मुस्लिम प्रत्याशी शामिल हैं, राजस्थान विधानसभा चुनाव 20218 में कांग्रेस ने 15 मुस्लिम प्रत्याशियों को उतारा था, जिनमें से 7 जीत गए थे. अब देखना होगा किया बीजेपी भी क्या किसी मुस्लिम चेहरे पर भरोसा करेगी?


संकट में साथ देने वालों को मिला टिकट का तोहफा


राजस्थान विधानसभा सीटों के टिकट वितरण को लेकर पार्टी ने सबको साधने का प्रयास किया है, यहां तक कि राजस्थान सरकार पर जिस वक्त संकट आया था, उस वक्त साथ देने वाले सभी निर्दलीय विधायकों का भी पार्टी ने पूरा ध्यान दिया है.


आपको बता दें कि जुलाई 2022 में 13 निर्दलीय विधायकों ने गहलोत सरकार को बचाने में अपना साथ दिया था.  जिसमें खुशवीर सिंह जोजावर, लक्ष्मण मीणा,संयम लोढा, ओमप्रकाश हुड़ला, बाबूलाल नागर और रमिला खड़िया का नाम शामिल है. निर्दलीय विधायकों में से 6 विधायकों को कांग्रेसी प्रत्याशी घोषित किया है.


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