दिल्ली/ जयपुर: राजस्थान का सियासी संग्राम दिल्ली तक पहुंच चुका है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. राजस्थान पर आज फैसले का दिन है. इसी कड़ी में अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने 10 जनपथ पहुचे. अशोक गहलोत के बाद सचिन पायलट भी पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे. 


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बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी सोनिया गांधी के सामने रखेंगे. राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर प्रदेश प्रभारी अजय माकन और पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे पहले ही सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंप चुके हैं. इसमें अशोक गहलोत को क्लिनचिट दी गई है. वहीं, तीन मंत्रियों और एक अन्य नेता को दोषी मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.


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पायलट को मुख्यमंत्री बनाना चाह रहा था आलाकमान


दरअसल,आलाकमान अशोक गहलोत को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना चाह रहा था और पायलट को राजस्थान की कमान देने के मूड में था, लेकिन गहलोत मुख्यमंत्री ही बना रहना चाह रहे थे. हालांकि, पिछले दिनों गहलोत ने कहा था कि उन्हें अब कोई पद का मोह नहीं है. वह एक साथ दो पदों पर रहकर भी काम कर सकते हैं, लेकिन उदयपुर अधिवेशन में एक व्यक्ति एक पद का प्रस्ताव पास हुआ था, इसके तहत गहलोत को मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ता. 


गहलोत खेमे के तीन मंत्रियों को नोटिस


 25 सितंबर को जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर बैठक बुलाई गई, जिसमें पायलट गुट के 18 विधायक सीएमआर पहुंचे. वहीं गहलोत खेमे के विधायक वहां नहीं पहुंचकर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर पहुंचे और वहां गहलोत को ही मुख्यमंत्री बने रहने पर सहमति जताई. विधायकों के कड़े तेवर पर पर्यवेक्षकों ने आपत्ति जताते हुए अनुशासनहीनता करार दिया और आलाकमान से इन कार्रवाई करने की सिफारिश की. इधर सचिन पायलट भी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. सूत्रों की मानें तो पायलट भी आज शाम सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. इससे पहले सचिन पायलट के आवास पर तीन विधायकों ने उनसे मुलाकात की.  


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दिग्विजय सिंह कल भरेंगे नामांकन


सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले अशोक गहलोत ने अध्यक्ष बनने से इनकार कर दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष पद पर दिग्विजय सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा है. दिग्विजय सिंह ने पार्टी कार्यालय से नामांकन फॉर्म लिया है और वह 30 सितंबर यानी कल पर्चा दाखिल करेंगे. दिग्विजय सिंह के अलावा शशि थरूर भी नामांकन दाखिल करेंगे. वहीं, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गिरिजा व्यास ने कहा कि अध्यक्ष पद के लिए कोई भी नामांकन कर सकता है. व्यास ने कहा कि आलाकमान चाहता है कि जो अध्यक्ष बनना चाह रहा है वह पर्चा दाखिल करें.