Rajasthan News: आपकी जेबों पर पड़ने वाला है असर,राजस्थान में वन्यजीव पर्यटन होगा महंगा, जानिए कब से लागू होंगी नई कीमतें
Rajasthan News: राजस्थान वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने प्रदेश के बाघ परियोजनाओं और संरक्षित वन क्षेत्रों में प्रवेश की दरें बढ़ा दी हैं.
Rajasthan News: प्रदेश में वन्यजीव पर्यटन महंगा होने जा रहा है. राजस्थान के रणथम्भौर, सरिस्का आदि टाइगर रिजर्व सहित सभी संरक्षित वन क्षेत्रों में प्रवेश के लिए दरें बढ़ा दी गई हैं. नई दरें 15 जून से लागू हो जाएंगी, जो अगले 2 वर्ष तक जारी रहेंगी.
राजस्थान वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने प्रदेश के बाघ परियोजनाओं और संरक्षित वन क्षेत्रों में प्रवेश की दरें बढ़ा दी हैं. यह दरें न केवल पर्यटकों के प्रवेश पर बढ़ाई गई हैं, बल्कि वाहनों के आवागमन को लेकर भी दरें बढ़ाई गई हैं.
दरअसल वन विभाग ने इससे पहले 17 मार्च 2023 को दरें निर्धारित की थी. राज्य के राष्ट्रीय उद्यानों, क्रिटिकल टाइगर हैबिटाट, बाघ परियोजना क्षेत्रों, वन्यजीव अभयारण्यों और संरक्षित क्षेत्रों के लिए दरें निर्धारित की गई थी. तब अधिसूचना में ही इन दरों में अगले 2 साल तक 10 प्रतिशत बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव दिया गया था. इस तरह वन विभाग ने पुरानी दरों के आधार पर ही 15 जून 2024 से लेकर 31 मार्च 2026 तक नई दरें निर्धारित कर दी हैं. खास बात यह है कि रणथम्भौर बाघ परियोजना के क्रिटिकल टाइगर हैबिटाट की दरें सबसे महंगी हैं. जबकि अन्य टाइगर रिजर्व और संरक्षित वन क्षेत्रों की दरें अपेक्षाकृत रूप से कम हैं.
यह रहेंगी संरक्षित वन क्षेत्रों में प्रवेश की नई दरें
- रणथम्भौर के क्रिटिकल टाइगर हैबिटाट के लिए दरें बढ़ाई गई
- भारतीय के लिए 190 रुपए, विदेशी के लिए 1430 व स्टूडेंट के लिए 55 रुपए
- घना पक्षी विहार भरतपुर और अन्य टाइगर रिजर्व के क्रिटिकल हैबिटाट में बढ़ाई दरें
- भारतीयों के लिए 145, विदेशियों के लिए 915 व स्टूडेंट के लिए 55 रुपए
- बफर एरिया सहित अन्य अभयारण्यों के लिए भी बढ़ाई गई दरें
- भारतीयों के लिए 145, विदेशियों के लिए 550 और स्टूडेंट के लिए 55 रुपए
- रणथम्भौर में बस के लिए 990 रुपए, जीप-कार,कैंटर के लिए 630 रुपए
- पर्यटक वाहनों के लिए 1320 रुपए, दुपहिया-ई-रिक्शा के लिए 100 रुपए
- घना पक्षी विहार व अन्य टाइगर रिजर्व में बस के लिए 600 रुपए
- जीप-कार, कैंटर के लिए 410, पर्यटक वाहन 410, दुपहिया-ई-रिक्शा के लिए 70 रुपए
- बफर टाइगर रिजर्व, अन्य संरक्षित वन क्षत्रों में बस के लिए 495 रुपए
- जीप-कार, कैंटर के लिए 330 रुपए, पर्यटक वाहनों के लिए 335 रुपए
- वहीं दुपहिया, टैम्पो-ई-रिक्शा के लिए 70 रुपए लगेंगे
घना पक्षी विहार यानी भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में बसों से आवागमन को लेकर रूट निर्धारित किया गया है. यहां एंट्रेंस गेट से वन विभाग के रेस्ट हाउस शांति कुटीर और आरटीडीसी होटल जाने के लिए अलग से किराया चुकाना पड़ेगा. यहां बस के लिए 330 रुपए, जीप-कार, कैंटर और पर्यटक वाहन के लिए 165 रुपए और दपुहयाि के लिए 35 रुपए देने होंगे.
संरक्षित वन क्षेत्रों में बोट के लिए क्या रहेगा चार्ज ?
- 4 सीट क्षमता की बोट के लिए 330 रुपए चार्ज लिया जाएगा
- 8 सीटर के लिए 660 रुपए, 12 सीटर के लिए 990 रुपए चार्ज
- 18 सीट क्षमता की बोट के लिए 1430 रुपए लगेंगे
- रणथम्भौर में वीडियो शूटिंग को लेकर भी दरों में बढ़ोतरी
- वन्यजीव डॉक्युमेंट्री की वीडियो शूटिंग के लिए भारतीय से 14520 रुपए
- विदेशी व्यक्तियों से 22 हजार रुपए लिए जाएंगे
- भारतीय कंपनी से फीचर फिल्म, एड, टीवी सीरियल के लिए 96800 रुपए
- विदेशी कंपनी से इसके एवज में लिए जाएंगे 143000 रुपए
- अन्य सभी टाइगर रिजर्व व संरक्षित क्षेत्रों के लिए 80 फीसदी चार्ज लगेंगे