.उदयपुर मर्डर केस से जुड़े अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों के तार, सीएम ने की हाई लेवल मीटिंग
उदयपुर में कन्हैयालाल की नृशंस हत्या के बाद प्रदेश में माहौल काफी गर्माया हुआ है. घटना की गंभीरता को समझते हुए सीएम अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर उच्च स्तरीय बैठक ली.
Jaipur: उदयपुर में कन्हैयालाल की नृशंस हत्या के बाद प्रदेश में माहौल काफी गर्माया हुआ है. घटना की गंभीरता को समझते हुए सीएम अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर उच्च स्तरीय बैठक ली. बैठक में गहलोत को पुलिस अधिकारियों ने घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि, स्थानीय पुलिस ने इस घटना में विधि विरूद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम-1967 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. सरकार ने पुलिस महानिदेशक, आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था, जिसकी शुरूआती जांच में सामने आया है कि यह घटना आतंक और भय फैलाने के उद्देश्य से की गई है. इनके सम्पर्क अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों से जुड़े हो सकते है, इसलिए एनआईए को ही पूरे प्रकरण की जांच करना स्वाभाविक है.
यह भी पढ़ें- उदयपुर मर्डर: आरोपी ने हत्या के बाद जारी किया वीडियो
सीएम के जरिए ली गई इस बैठक में बताया गया कि, एनआईए ने मामले की जांच शुरू कर दी है. जांच में एनआईए को प्रदेश के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और एंटी टेररिज्म स्क्वाड (एटीएस) के जरिए पूरा सहयोग किया जा रहा है.
इसके साथ ही सीएम ने प्रदेश के साम्प्रदायिक सौहार्द्ध ने बिगड़ने पाए इसके लिए राज्य के संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने एवं असामाजिक तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए है. उन्होंने इस बारे में कहा कि, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी राज्य में शांति एवं सौहार्द्रपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें.प्रत्येक घटना की बिना किसी भेदभाव से जांच की जाए. साथ ही सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने के लिए शांति समिति, सीएलजी के साथ अच्छा तालमेल करके कानून व्यवस्था में इनका प्रभावी उपयोग करें.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि, दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी जल्द करने वाले पांचों कॉन्स्टेबल तेजपाल, नरेन्द्र, शौकत, विकास और गौतम को आउट ऑफ टर्न पदोन्नति देकर हैड कॉन्स्टेबल बनाया जाएगा. इसके लिए उन्होंने पुलिस महानिदेशक को आदेश जारी करने के निर्देश दिए है.
इसके साथ ही घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान पूरे देश में साम्प्रदायिक सौहार्द्र व भाईचारे के लिए जाना जाता है, यह घटना कोई साधारण घटना नहीं है, इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. सरकार इस घटना को पूरी गंभीरता से ले रही है. उन्होंने प्रदेशवासियों से शांति और साम्प्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की.
अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें