Jaipur: विश्वभर में जीओ और जीने दो का संदेश देने वाले जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर के संदेशों से देशभर के करोड़ों भक्त रूबरू होंगे. इसकी शुरूआत जयपुर और राजस्थान से होने के बाद अलग—अलग राज्यों में होगी. भगवान महावीर के सिद्धांतों को जन—जन तक प्रसारित करने हेतु जयपुर के भट्टारक जी की नसियां से एक रथ देश में भ्रमण के लिए रवाना हुआ.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राज्यपाल महामहिम कलराज मिश्र, आचार्य सुनील सागर ससंघ के सानिध्य में निर्वाणोत्सव अहिंसा रथ प्रवर्तन समारोह हुआ. वर्ष 2023 में भगवान महावीर का 2550 वां निर्वाणोत्सव के तहत विभिन्न जनचेतना कार्यक्रम होंगे. इस मौके पर राज्यपाल का सम्मान किया गया. राज्यपाल ने कहा कि भगवान महावीर के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक है.


भगवान महावीर के सिद्धांतों को आत्मसात करते हुए उन्हें जीवन में अपनाने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि महावीर द्वारा प्रतिपादित नियम आज भी उतने ही प्रासंगिक है, जितने कि उनके समय में थे. भगवान महावीर की अहिंसा,अपरिग्रह,अनेकान्तवाद आदि की शिक्षाओं को जीवन में उतारने का भी आग्रह किया.


उन्होंने कहा कि महावीर के सिद्धांत मनुष्य और प्राणिमात्र के प्रति करुणा से जुड़े हैं. राज्यपाल ने कहा तिलक लगाकर रथ को रवाना किया. महोत्सव समिति के अध्यक्ष डॉ.मणीन्द्र ने बताया कि 70 हजार किलोमीटर की दूरी रथ तय करेगा. इस मौके पर विभिन्न धर्मों के धर्मगुरु भी मौजूद रहे. आचार्य लोकेश मुनि, अल्पसंख्यक तबके के कई पदाधिकारी मौजूद रहे.


ये भी पढ़े..


बाड़मेर-ऋषिकेश ट्रेन की आपस में भिड़ंत से अलर्ट, हादसे में एक बोगी दूसरी पर चढ़ी


जयपुर एयरपोर्ट से दुबई, जैसलमेर, सूरत, मुंबई और बंगलौर के लिए शुरू होंगी नई उड़ानें