Jaipur : हजरत इमाम हुसैन अले सलाम की याद में मोहर्रम के तहत शुक्रवार यानी आज दिनभर अकीदतमंदों की ओर से रोजे रखकर इबादत की जाएगी. हालांकि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए शहर के भव्य ताजियों का जुलूस इस बार नहीं निकलेगा. इससे एक दिन पूर्व मोहर्रम की नौवीं तारीख गुरुवार को शहादत की रात के मौके पर देर रात तक घरों से मजलिस का दौर जारी रहा.


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इमामबाड़ों में ताजिए अपने मुकाम पर रहे, अकीदतमंदों ने यहां हाजिरी दी. रात को ताजिए गश्त पर नहीं निकले. शुक्रवार को विभिन्न रस्मों को यहां पूरा किया जाएगा. हर साल ताजिए अलग-अलग मुकामों पर से बड़ी चौपड़ के लिए रवाना होते थे. रामगंज, चांदपोल, बड़ी चौपड़ सहित अन्य जगहों से ताजिए का जुलूस ढोल ताशों की मातमी धुनों पर निकलता था. 


शाम को ताजियों को कब्रिस्तान में सुुपुर्द ए खाक किया जाएगा.इस  बीच कर्बला दरगाह सहित अन्य जगहों को पुलिस प्रशासन ने बेरिकेडिंग कर सील किया. वहीं, धर्मगुरुओं ने समाजजनों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की.


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जानकारी के मुताबिक पूरे शहरभर में 600 से अधिक ताजिए जुलूस के रूप में निकलते थे. विशेषकर मोहल्ला मावतान, गुरजार मस्जिद, चांदपोल तफायफों का ताजिया, मौला कुरेशियों का ताजिया, पन्नीगरान का ताजिया, नीलगरान, नालबंदान, हांडीपुरा, सिरकीगरों का ताजिया खास है.