Pokaran, Jaisalmer: जैसलमेर को इन दिनों गिद्धों ने अपना आशियाना बना दिया है, जिसके चलते गिद्धों की आवक में बढ़ोत्तरी हो गई है. वहीं, बीते दिनों ही फूड पॉइजन के चलते एक गिद्द विश्व धरोहर की सूची में शामिल सोनार दुर्ग के कंगूरों तक जा पहुंचा था, जहां पर्यावरण प्रेमी राधेश्याम पैमानी की अगुवाई में गिद्ध का रेस्क्यू कर वन विभाग को सौंपा गया था.


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मंगलवार को फिर जिले के लाठी कस्बे के धोलिया गांव के स्थित गंगाराम की ढाणी के पास बिछी रेलवे लाइन ही गिद्दों की मौत का प्लेटफार्म बन गई. जहां. घूम रहे 5 गिद्द ट्रेन से टकरा गए, जिसमें 4 की मौके पर ही मौत हो गई.


वहीं, एक गिद्द गंभीर घायल हो गया, जिसकी सूचना मिलने पर पर्यावरण प्रेमी राधेश्याम और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गिद्धों के शव को वहां से अपने कब्जे में ले लिया. घायल गिद्दे का रेस्क्यू कर उसे वन विभाग को सुपुर्द किया गया जहां उसका उपचार किया जाएगा. जानकारी के अनुसार बीते 2 सालों में अब तक 150 के करीब गिद्द रेलवे पटरी पर आकर ट्रेन से टकरा अपने प्राण गवां चुके हैं.