Jaisalmer: जैसलमेर जिले के चांधन क्षेत्र के सांवला गांव के पास एक नलकूप पर स्थित एक रहवासी झोपड़ी बिजली के तारों में शोर्ट सर्किट के चलते अचानक आग लग गई. जिसके कारण  झोपड़ी  में रखा लाखों रुपए का सामान, नकदी, सोने चांदी के आभूषण सहित अन्य सामग्री जलकर राख हो गया. वहीं झोपड़ी में मौजूद महिला ने अपने नवजात शिशु के साथ बहार भागकर जान बचाई.


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जानकारी के अनुसार भियाड़ निवासी शेरानाथ पुत्र सोहननाथ चांधन क्षेत्र के सांवला गांव के पास स्थित पुनमसिंह के नलकूप पर पिछले पांच वर्षों से कृषि का कार्य करता है. वे परिवार सहित नलकूप पर थ्रेसिंग का काम कर रहे थे. इस दौरान उनके रहवासी झोपड़ी में उसकी बहु संगीता अपने 3 दिन के नवजात शिशु के साथ सो रही थी. इस झोपड़ी में बिजली के तारों में अचानक सोर्ट सर्किट के चलते आग लग गई.


 देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. जिससे झोपड़ी धूं-धूं कर जलने लगी. आग कि लपटों को देखकर संगीता ने अपने नवजात शिशु के साथ बहार भागकर अपनी जान बचाई. वहीं संगीता के चिल्लाने की आवाज सुनकर सावल सिंह, पुनम सिंह, मगनाथ, पदमनाथ, सोहननाथ, देवनाथ, रुपनाथ, चन्द्रनाथ सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण व किसान दौड़कर घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने परिवार वालों की सहायता से नलकूप को चालू कर आग पर पानी व रेत डालकर दो घंटे की कड़ी मशक्कत के पश्चात आग को काबू किया.


आग की भेंट चढ़ी लाखों कि नगदी व सोने चांदी के आभूषण


हादसे के दौरान झोपड़ी में ज़ीरे के फसल बेचकर रखी हुई 5 लाख रुपए कि नगद राशि, 4 तौला सोने के आभूषण, चारपाई, राशन सामग्री, कपड़ा खाद्य सामग्री सहित अन्य प्रकार के घरेलू सामान जलकर स्वाहा हो गए. गांव के सामाजिक कार्यकर्ता आईवीरसिंह पातावत ने गरीब परिवार कि स्थिति को देखते हुए सरकारी सहायता मुहैया करवाने की मांग की है.