Jaisalmer: स्वर्णनगरी जैसलमेर पर्यटन नगरी हैं. जिले का आर्थिक ढांचा भी बड़े पैमाने पर पर्यटन पर निर्भर हैं. स्वर्णनगरी को विश्व पटल पर अमिट पहचान दिलाने में सम के मखमली धोरों का अहम योगदान है. सैलानी जैसलमेर आए और सम में रेत के समंदर का लुत्फ न उठाएं यह नामुमकिन है. सीजन में लाखों की संख्या में पर्यटक सम आते हैं. 


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अब जबकि सीजन में कमी आ गई है तो इन धोरों की खूबसूरती बरकरार रखने के लिए सम कैम्प एण्ड वेलफेयर सोसायटी ने इसका बीड़ा उठाया है. सोसायटी द्वारा इस महीने से सम कैम्प एण्ड रिसोर्ट वेलफेयर सोसायटी सम, जैसलमेर के तत्वावधान में सम, लखमणा के धोरों की साफ सफाई का अभियान शुरू किया गया. जो आगे 10दिन तक चाहेगा,प्रतिवर्ष पर्यटन सीजन कम होने के बाद सोसायटी द्वारा यह अभियान चलाया जाता है.


जिसमें लगातार दस दिनों तक सम पर्यटन स्थल जो लगभग 12 किलोमीटर में फैला हुआ है, इसकी साफ सफाई तथा प्लास्टिक इत्यादि का संग्रहण कर इसे जैसलमेर स्थित डंपिंग यार्ड में भेजा जाता है. सोसायटी के अध्यक्ष कैलाश व्यास ने बताया कि स्वच्छ सम हो,स्वच्छ पर्यटन हो इसके लिए यह अभियान समय समय पर चलाया जाता है. 


वहीं सोसायटी के सरंक्षक जितेंद्र सिंह का कहना है कि जैसलमेर में लगातार पर्यटन का विस्तार हो रहा हैं. इसे स्वच्छ एवं सुचारू रखने के लिए हमे आत्म विश्लेषण की आवश्यकता हैं. उन्होंने तेज आवाज में बज रहे डीजे व धोरों पर हो रही जीप सफारी पर चिंता जताते हुए कहा कि इस पर अंकुश लगाया जाना चाहिए.