Jaisalmer News: राजस्थान के जैसलमेर में मोहनगढ़ नहरी क्षेत्र में इन दिनों फसलों की कटाई करने के बाद किसानों की ओर से अपने खेतों में रबी की फसलों की बीजाई का कार्य किया जा रहा है. इसी के चलते जैसलमेर जोन को सिंचाई का पूरा पानी नहीं मिल रहा है. इसी तरह क्षेत्र में डीएपी की कमी ने किसानों को परेशान कर रखा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें- Kota News: तनाव के चलते छात्र ने मौत को लगाया गले, मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की...



सिंचाई पानी व डीएपी की कमी को लेकर किसानों ने महापंचायत बुलाई, जिसमें किसानों को सिंचाई की पानी व डीएपी की कमी को लेकर विस्तार से चर्चा की. इसके साथ ही जिला कलेक्टर के नाम पुलिस थाने में ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया. सैकड़ों की संख्या में किसान रैली निकाल कर किसान एकता के नारे लगाते हुए पुलिस थाने पहुंचे. थाना प्रभारी खेमाराम को किसानों ने ज्ञापन सौंपा. 


 



ज्ञापन में किसानों ने बताया कि राजस्थान सरकार ने इंगानप रबी फसल में सिंचाई पानी के लिए रेग्यूलेशन जारी किया था. जिसमें जैसलमेर जोन को एक अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक 1254 आरडी से नीचे लगभग 1780 क्यूसेक शेयर तय किया था. उसके वावजूद 600-700 क्यूसेक पानी मिला. वहीं दूसरे ग्रुप को 1200 क्यूसेक की बजाय लगभग तीन सौ चार सौ क्यूसेक पानी ही पहुंचा. 


 



पानी की कमी के चलते नहरों पर पूरा पानी नहीं चल रहा है. टेल में बैठे किसानों को पानी नहीं मिल रहा है. पानी चोरी रोकने के लिए जिला कलेक्टर ने कमेटी बनाई थी. उक्त कमेटी अभी तक धरातल तक नहीं पहुंची है, जिससे पानी की चोरी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. किसानों को फसलों की बीजाई करने के लिए सबसे पहले डीएपी की जरूरत होती है. जिले में डीएपी की भारी किल्लत है.


 



किसान डीएपी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. किसानों को अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ रहा है. किसानों ने मांग की है कि समय रहते इन सभी समस्याओं का निवारण करवाया जाए. समय रहते समस्याओं का निवारण नहीं होने पर किसानों की ओर से आंदोलन किया जाएगा.