Jaisalmer news: राजस्थान के जैसलमेर जिले के रामगढ़ नहरी क्षेत्र के किसानों ने भारतीय किसान संघ के महामंत्री वैणसिंह के नेतृत्व में रामगढ़ अधिशाषी अभियंता कार्यालय के आगे एक दिवसीय धरना देकर नहरी विभाग को चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र सिंचाई का पानी नहीं मिला तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. इस दौरान किसी भी प्रकार होने वाली जन धन की हानि की समस्त जिम्मेदारी नहरी विभाग की होगी. 


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रामगढ़ अधिशासी अभियंता सुनील कुमार को सौंपे ज्ञापन में बताया कि मानसुन शुरूआत में बरसात अच्छी होने से क्षेत्र के किसानों ने शत प्रतिशत बुवाई कर दी थी जो आज मानसून की बेरूखी एवं नहरों में पानी नहीं मिलने से जलने की कगार पर है. विभाग द्वारा घोषित खरीफ सीजन का रेगुलेशन 31 जुलाई 2023 को जारी किया गया था. रेगुलेशन जारी होने के दिन से आज तक जोन के अंतिम छोर पर सिंचाई तो दूर की बात पीने का पानी भी नहीं मिला. 


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पिछले दिनों 21 अगस्त को अतिरिक्त मुख्य अभियंता कार्यालय के सामने एवं 24 अगस्त को पुनः अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता कार्यालय के सामने अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता रेगुलेशन बीकानेर व अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता जैसलमेर ने सिंचाई मंत्री के सामने हमें आश्वस्त किया था कि 25 अगस्त से अनिवार्य आवश्यकताओं के पानी को छोड़कर 1500 क्युसेक पानी जोन को सिंचाई निमित लगातार दिया जावेगा, जो आश्वासन झुठा हवाई निकला. 


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आश्वासन के दिन से आज दिन तक रामगढ़ क्षेत्र के नहरों को एक बुंद भी पानी नहीं मिला. किसानों ने कहा कि आश्वासन से निराश होकर आज पुनः चेताने के लिए अधिशाषी अभियंता रामगढ़ के सामने चेतावनी दे रहे है कि हमारी सिंचाई पानी की मांग पर गोर नहीं किया गया तो आगे बड़ा उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसमें किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की जिम्मेदारी संबंधित विभाग की होगी. 


इसके अलावा नहरों की सफाई सीमित समय पर सही तरीके एवं पारदर्शिता से करवाई जावें तथा सफाई में जेसीबी मशीन का उपयोग ना हों. विभाग द्वारा जो डिग्गी निर्माण किया जा रहे है. उसमें पारदर्शिता एवं गुणवता का ध्यान रखा जाए. इस दौरान किसान पूनमाराम, जमाल खान, रेशमाराम, कैलाश रिणवा, लखाराम सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे.