Jaisalmer news: परमाणु परीक्षण को आज हुए 25 साल, मंत्री शाले मोहम्मद ने दी बधाई
Jaisalmer news: आज परमाणु परीक्षण की 25 वीं वर्षगांठ, इस अवसर पर राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद और कई अन्य नेताओं ने शुभकामनाएं देते हुए आज के दिन को सबसे बड़ा दिन बताया.
Jaisalmer news: जैसलमेर जिले के पोकरण विधानसभा के खेतोलाई गांव के पास आज के दिन 11 मई 1998 को तत्कालीन प्रधानमंत्री भारत रत्न अटलबिहारी वाजयपेयी के कार्यकाल व मिशाइलमैन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की देखरेख में आज के ही दिन सफल द्वितीय परमाणु परीक्षण किया गया था आज परमाणु परीक्षण की 25 वीं वर्षगांठ आज है इस अवसर पर राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद, प्रधान भगवतसिंह तंवर, खेतोलाई सरपंच सुशीला बिश्नोई, समाजसेवी सुरेश नागौरा ने शुभकामनाएं देते हुए आज के दिन को सबसे बड़ा दिन बताया.
परमाणु परीक्षण से देश की ताकत
दुनिया भर में परमाणु धमाकों से देश की ताकत की अनुभुति कराने वाली खेतोलाई के बाशिंदों को मलाल है कि ऐतिहासिक पहचान के बावजूद शासन-प्रशासन की नजरें उनके क्षेत्र में इनायत नहीं हुई | पूर्व राष्ट्रपति और तत्कालीन डीआरडीओ निदेशक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का यह वाक्य- आई लव खेतोलाई.आज भी यहां खेतोलाई के बाशिंदो के सीने को गर्व से चौड़ा कर देता है, वहीं उनकी आंखों से झलकती बेबसी और बातचीत में निकलने वाली पीड़ा यहां सुविधाओं और साधन-संसाधनों की कमी के साथ-साथ सरकारी तंत्र की उपेक्षा की कहानी अनकहे ही बयां कर देती है.
परमाणु परीक्षण की 25वीं वर्षगांठ
परमाणु परीक्षण की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में जी राजस्थान की टीम ने खेतोलाई गांव क्षेत्र में सुविधाओं की स्थिति का जायजा लिया तो परिणाम निराशाजनक मिले पोकरण से 25 किलोमीटर दूर खेतोलाई वह गांव हैं, जहां से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर ही परमाणु परीक्षण स्थल है. गांव में वर्ष कुछ वर्ष पूर्व राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना की गई थी, लेकिन यहां न तो पर्याप्त चिकित्सक है, न ही चिकित्साकर्मी. कर्मचारियों की कमी के कारण ग्रामीणों को उपचार के लिए आज भी पोकरण अथवा जोधपुर जाना पड़ रहा है. यहां पशु चिकित्सालय भी स्थित है, लेकिन चिकित्सक नहीं होने के कारण मवेशी का उपचार नहीं हो पाता है.
पशुपालक चक्कर लगाने को मजबूर है. वर्ष 19 मई 1998 को पोकरण में एक सभा में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने जय जवान, जय किसान के साथ जय विज्ञान का नारा जोड़ा था. परमाणु परीक्षण के बाद पोकरण व खेतोलाई, दोनों का नाम विश्व मानचित्र के पटल पर गहरी स्याही से उकेरा गया, लेकिन जिस धरती ने इन परमाणु बमों के धमाकों को सहा, वहां के बाशिंदे आज भी सुविधाओं के विस्तार की मांग करते नजर आ रहे है.
खेतोलाई गांव की सरपंच सुशीला विश्नोई बताती है कि परमाणु परीक्षण के लिए सबसे उपयुक्त पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में खेतोलाई के पास की जमीन को चिन्हित किया गया था. जिसके बाद परमाणु परीक्षण भी हुए, लेकिन खेतोलाई की इसके बाद सुध नहीं ली गई. यहां राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व पशु चिकित्सालय में स्टाफ की कमी के कारण ग्रामीणों व मवेशी को उपचार नहीं मिल रहा है. खेतोलाई को कोई विशेष पैकेज नहीं मिला है. परमाणु परीक्षण सफल होने के बाद प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजयपेयी ने कहा था "भारत में आज बुद्ध मुस्काराएं" फिर दूसरे देशों को भारत में सफल परमाणु परीक्षण की भनक लगी थी . परमाणु परीक्षण सफल होने के बाद पोकरण को परमाणु नगरी नाम से बड़ी पहचान मिली थी वहीं युवा व स्थानीय नागरिक केन्द्र सरकार से विशेष पैकेज देने की मांग भी कर रहे है.