जैसलमेर: कैंडल मार्च निकाल कर साक्षी को दी गई श्रद्धांजलि,हत्यारे को फांसी देने की की मांग
जैसलमेर न्यूज: जैसलमेर में कैंडल मार्च निकाल कर साक्षी को श्रद्धांजलि दी गई.मोमबत्तियां जलाकर मौन भी लोगों ने रखा. साथ ही हत्यारे को फांसी देने की मांग भी की गई है.
जैसलमेर: 28 मई 2023 को राजधानी दिल्ली में हुए साक्षी हत्याकांड ने पूरे देश को एक बार से सभी का दिल दहला दिया है. इस लाइव मर्डर की तस्वीरें देखकर लोगों का कलेजा मुंह को आ गया है. आरोपी ने साक्षी का कत्ल करते हुए जहां इंसानियत की सारी हदें पार कर दी. एक के बाद एक चाकू से उनसे साक्षी पर वार किए. दरिंदे का जी ना भरा तो उसने पत्थर से साक्षी को कुचल दिया. यह देख आमजन के साथ ही पुलिस भी हैरान है. आरोपी ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है.
देश की राजधानी नई दिल्ली में हुए साक्षी हत्याकांड प्रकरण के खिलाफ देशभर में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन के सूर अब तेज हो गए हैं. दिल्ली पुलिस ने साक्षी मर्डर केस के आरोपी को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के भलाई से गिरफ्तार कर लिया है लेकिन हत्यारे को कड़ी सजा मिले इसके लिए देश भर में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं कई जगह आगजनी की घटनाएं भी सामने आई है.
आरोपी को फांसी की सजा की मांग
सीमावर्ती जिले जैसलमेर में भी साक्षी मर्डर केस के आरोपी को कठोर सजा मिले इसके लिए सर्वसमाज द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस निकाल कैंडल मार्च कर श्रद्धांजलि दी गई. शहर के हनुमान चौराहा के गांधी दर्शन के आगे श्रद्धांजलि अर्पित की गई. साथ ही 2 मिनट का मौन भी रखा गया. शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर प्रदर्शनकारियों ने बताया कि दिल्ली के शाहबाद डेरी इलाके में नाबालिग लड़की साक्षी को चाकू और पत्थर से हमला कर साहिल नामक हत्यारा फरार हो गया. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी को फांसी की सजा हो यही हमारी मांग है .
मोमबत्तियां जलाकर रखा गया मौन
कैंडल मार्च के दौरान शहर के हनुमान चौराहा पर सर्व समाज के लोग एकत्रित हुए और गांधी दर्शन के आगे साक्षी की प्रतिमा लगा मोमबत्तियां जला 2 मिनट का मौन रखा. साक्षी की आत्मा की शांति की प्रार्थना की गई. जहां सर्व समाज के लोगों ने साक्षी की प्रतिमा के आगे मोमबत्ती जला आत्मा की शांति की प्रार्थना की. वहीं आरोपी साहिल को फांसी की सजा हो यह मांग की गई.
छात्र नेता मानाराम ने जानकारी देते बताया की जहां सरकारें बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का नारा जोरों-शोरों से दे रही है वही देश में बेटियां ही खतरे में है. यदि बेटियां बचेगी ही नहीं तो पढ़ाया किसको जाएगा? इसके लिए राज्य व केंद्र सरकारों को सोचना चाहिए और ऐसी वारदातों पर अंकुश लगे उसके लिए कठोर कानून बनाना चाहिए.ऐसे समाज के कंटकों पर सरकारे अंकुश लगाने में असफल होती है तो भगत सिंह को ही अवतार लेना पड़ेगा और इसके कारण ही आज हमने भगत सिंह की फोटो फ्रेम के साथ सरकार को जगाने के लिए अपना प्रदर्शन किया है.
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