Jaisalmer: जैसलमेर के रामगढ़ क्षेत्र में इन दिनों मौसमी बीमारियों का भयंकर प्रकोप जारी है. ऐसे में क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्था मात्र एक चिकित्सक के भरोसे चल रही है. चिकित्सकों द्वारा तबादले करवाने के कारण रामगढ़ की स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा गई है. अस्पताल में चिकित्सकों की नियुक्ति पर वाहवाही लूटने वाले जनप्रतिनिधि भी अब इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहें हैं. कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इन दिनों मरीजों की भारी भीड़ उमड़ने रही है. बीते दो माह से ओपीडी में मरीजों की संख्या तीन सौ के पार चल रही है और एक दिन में तीन सौ से अधिक मरीजों की जांच करना एक चिकित्सक के बस की बात नहीं है. उसके बावजूद रामगढ़ चिकित्सा प्रभारी डॉ. आलोक बिना विश्राम किए अपनी सेवाएं दे रहें हैं.


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मरीज कर रहें दो से तीन घण्टे इंतजार


सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों की भीड़ इतनी है कि पर्ची काटने से लेकर जांच करवाने में मरीज को दो से तीन घण्टे इंतजार करना पड़ता है. एक चिकित्सक बीते डेढ़ माह से छुट्टी पर है और एक महिला चिकित्सक मातृत्व अवकाश पर चल रही है, वहीं दो अन्य चिकित्सकों ने तबादले करवा लिए हैं. इससे पूर्व रामगढ़ के चिकित्सा प्रभारी डॉ. निखिल शर्मा का तबादला कर दिया गया था. रामगढ़ अस्पताल से चिकित्सकों के तबादले होने तथा चिकित्सा विभाग की अनदेखी व उदासीनता का खामियाजा स्थानिय मरीजों को भुगतना पड़ रहा हैं. रामगढ़ कस्बे सहित नहरी क्षेत्र व आस पास के बीस गांव ढाणियों की करीब पचास हजार की आबादी एक मात्र चिकित्सक के भरोसे है. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सकों की कमी के कारण मरीज नीम हकीमों की शरण में जाने को मजबूर हो जाते हैं.


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