JAISALMER: गोवर्धन पूजा पर बाबा रामदेव के दर पर आयोजित हुआ स्नेह मिलन, वंशजों की कचहरी में हुई बैठकी
धार्मिक स्थल रामदेवरा में दीपोत्सव का पर्व उमंग, उल्लास और धूमधाम से मनाया गया. दीपावली के अवसर पर घरों में मां लक्ष्मी की पूजा की गई. आज गोर्वधन पूजा के दिन बाबा रामदेव जी के समाधि स्थल पर स्नेह मिलन का आयोजन किया गया.
Baba Ramdev: धार्मिक स्थल रामदेवरा में दीपोत्सव का पर्व उमंग, उल्लास और धूमधाम से मनाया गया. दीपावली के अवसर पर घरों में मां लक्ष्मी की पूजा की गई. आज गोर्वधन पूजा के दिन बाबा रामदेव जी के समाधि स्थल पर स्नेह मिलन का आयोजन किया गया. बाबा रामदेव जी के वंशजों की कचहरी बैठक में आयोजित स्नेह मिलन में रामा श्यामा हुआ. स्नेह मिलन में बाबा रामदेव जी के वंशजों ने पारंपरिक वेशभूषा में बाबा रामदेव जी की समाधि की पूजा अर्चना की और देश में खुशहाली की कामना की. कचहरी परिसर में बाबा रामदेव जी के वंशजों और ग्रामीणों ने रामा श्यामा में एक दूसरे को बधाई और शुभकामनाएं दी.
इस दौरान गादीपति राव भोम सिंह तंवर, पोकरण विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी महंत प्रतापपुरी, सरपंच समंदर सिंह तंवर, रामदेवरा महंत जगन्नाथ आदि लोग उपस्थित रहे. दीपोत्सव के अवसर पर बाबा रामदेव जी की समाधि के दर्शनार्थ यात्रियों की भी पूरे दिन चहल पहल रही.
कौन है बाबा रामदेव
रामदेवजी सामुदायिक सद्भाव तथा अमन के प्रतीक हैं. बाबा का अवतरण वि.सं. 1409 को भाद्रपद शुक्ल दूज के दिन तोमर वंशीय राजपूत तथा रूणीचा के शासक अजमलजी के घर हुआ. उन्होंने पूरा जीवन शोषित, गरीब और पिछड़े लोगों के बीच बिताया. उन्होंने रूढिय़ों तथा छूआछूत का विरोध किया. भक्त उन्हें प्यार से रामापीर या राम सा पीर भी कहते हैं. बाबा को श्री कृष्ण के अवतार माना जाता है. भक्तों का उनके प्रति समर्पण इतना है कि पाकिस्तान से मुस्लिम भक्त भी उन्हें नमन करने भारत आते हैं.
यह भी पढ़ेंः
Rajasthan के चुनावी रण में उतरे आरपीएससी के दो सदस्य, बीजेपी ने मांगा इस्तीफा