Jaisalmer Tourism: सोनार किला से लेकर कुलधरा तक, स्वर्ण नगरी की ये 5 चीजें है आकर्षण का केंद्र
Jaisalmer Tourism: स्वर्ण नगरी के नाम से मशहूर जैसलमेर अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में एक अलग पहचान रखता है. इस शहर को देखकर ऐसा प्रतीत होता है मानो ये रेत के समंदर में बस हो. पीले बलुआ पत्थरों से बना सोनार किला, हवेलियां, छतरियां आदि पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती है. ऐसे में यदि आप भी जैसलमेर (गोल्ड़न सिटी) की सैर करना चाहते हैं, तो इन 5 जगहों पर जरूर जाएं.
सोनार किला
1156 में बना जैसलमेर का सोनार किला विश्व का एकमात्र लिविंग फोर्ट है, जिसमें आज भी 5 हजार के करीब लोग रहते हैं. यह त्रिकूट पहाड़ी पर बना हुआ है, जिस वजह से इसे त्रिकूटगढ़ भी कहा जाता है. इस की खूबसूरती को देखने हर साल लाखों पर्यटक आते हैं.
गड़ीसर लेक
जैसलमेर के गड़ीसर लेक का निर्माण महारावल गड़सी सिंह ने 13वी शताब्दी में करवाया था. सरोवर के बीचों-बीच पीले सुनहरे पत्थर से बनी नकाशीदार छतरिया और बंगलिया देख हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है. यहां पर्यटक बोटिंग का भी लुफ्त उठा सकते हैं.
पटवा हवेली
जैसलमेर पटवा हवेली की भव्यता और खूबसूरती का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि इसे बनाने में करीब 60 साल का समय लगा था. यही वजह है कि पर्यटन मानचित्र में आज भी यह एक विशेष स्थान रखता है. इस हवेली के परिसर में संग्रहालय भी है, जहां आपको बीते युग की कलाकृतियों, चित्रों, कला और शिल्प का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा.
सम सैंड ड्यूंस
सम सैंड ड्यूंस में लाखों पर्यटक सनसेट का खूबसूरत नजारा देखने आते हैं. यहां कैमल सफारी, जीप सफारी, पैरासेलिंग, पैराग्लाइडिंग, डेजर्ट मोटर बाइक राइड आदि भी आप कर सकते हैं. इतना ही यहां रात के समय कैम्प फायर के बीच कालबेरिया नृत्य, लोक संगीत और जायकेदार ट्रेडिशनल व्यंजनों का भी लुफ्त उठा सकते हैं.
कुलधरा
ढेर सारे रहस्यों को अपने अंदर समेट हुआ जैसलमेर का कुलधरा गांव सालों से वीरान पड़ा हुआ है. कई लोग इस श्रापित गांव या भूतिया गांव भी कहते हैं. इसके बावजूद यहां दिनभर पर्यटकों की भीड़ लग रहती है, लेकिन रात के समय सन्नाटा छा जाता है.