Rajasthan: राज्य पक्षी गोडावण के जन्म पर जलवायु मंत्री ने जताई खुशी, ट्वीट कर के कहा ये
Jaisalmer News: जैसलमेर के सम स्थित गोडावण ब्रीडिंग सेंटर में 3 साल बाद एक गोडावण का जन्म हुआ है. यह सम ब्रीडिंग सेंटर में देश का पहला मामला है. सम ब्रीडिंग सेंटर में एक चूजा अंडे से बाहर आया है. वह विशेषज्ञों के ऑब्जर्वेशन में है और पूरी तरह स्वस्थ है.
Jaisalmer News: जैसलमेर के सम स्थित गोडावण ब्रीडिंग सेंटर में गोडावण का कुनबा बढ़ा हैं. अंडे से निकली मादा ने 3 साल बाद एक गोडावण को जन्म दिया है.यह सम ब्रीडिंग सेंटर में देश का पहला मामला है. केद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी गोडावण के जन्म पर ट्वीट करके इसकी जानकारी देकर बधाई दी है.
इस मामले को लेकर जैसलमेर डीएनपी के डीएफओ आशीष व्यास ने बताया कि गोडावण के सम स्थित ब्रीडिंग सेंटर में एक चूजा अंडे से बाहर आया है. वह विशेषज्ञों के ऑब्जर्वेशन में है और पूरी तरह स्वस्थ है. उन्होंने बताया कि इस नन्हें मेहमान को मिलाकर अब कुल 23 गोडावण हो चुके हैं.
देश का है पहला मामला
आशीष व्यास ने बताया कि जिस मादा ने इस बच्चे को जन्म दिया है. वह रामदेवरा इलाके में एक अंडे के रूप जंगल में मिली थी. उसकी सम गांव स्थित ब्रीडिंग सेंटर में देखभाल की गई थी. करीब 21 दिन के बाद अंडे से एक मादा गोडावण निकली. उसे विशेषज्ञों की देखरेख में रखा और पालकर बड़ा किया. नर-मादा की मेटिंग भी सम स्थित ब्रीडिंग सेंटर में हुई. ब्रीडिंग सेंटर में मादा ने अंडा दिया. शनिवार को उस अंडे में से एक नन्हा गोडावण बाहर आया है.
8 से भी ज्यादा गोडावण के विशेषज्ञ सम स्थित गोडावण ब्रीडिंग सेंटर में 8 से भी ज्यादा गोडावण के विशेषज्ञ ब्रीडिंग और गोडावण की देखभाल का काम करते हैं. ये पूरी तरह से कृत्रिम है. गोडावण के लिए वेटेनरी डॉक्टर भी मौजूद रहते हैं और उनकी ही मेहनत का नतीजा है जो देखने को मिला है. ये अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. डेजर्ट नेशनल पार्क में बनाए गए हैचरी सेंटर में अंडों को वैज्ञानिक तरीके से सेज कर उनसे चूजे निकलवाए जा रहे हैं. ये कृत्रिम प्रजनन केन्द्र कई मायनों में सफल साबित हो रहा है.
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