राजस्थान उपचुनाव में कांग्रेस की करारी हार, भाजपा ने मारी बाजी, इस सीट पर पार्टी का कब्जा
बागोड़ा पंचायत समिति के वार्ड21 के उपचुनाव में कांग्रेस को शिकस्त देते हुए भाजपा ने अपनी मजबूती और बढ़ा ली है. पंचायत समिति के उप चुनाव में बीजेपी की माफी देवी ने जीत दर्ज की है.
जालोर: बागोड़ा पंचायत समिति के वार्ड21 के उपचुनाव में कांग्रेस को शिकस्त देते हुए भाजपा ने अपनी मजबूती और बढ़ा ली है. पंचायत समिति के उप चुनाव में बीजेपी की माफी देवी ने जीत दर्ज की है. हालांकि, बागोड़ा पंचायत समिति में भाजपा का ही बोर्ड है और पूर्ण बहुमत में है.
मंगलवार को हुए मतदान में मतदाताओं का उत्साह बहुत ही कम दिखा, जिसका परिणाम भाजपा के पक्ष में रहा. वार्ड 21 में कुल 5283 मतदाता है, जिनमें से 1157 मतदाताओं ने मतदान किया. मतदान प्रतिशत 21.9 रहा. बुधवार सुबह 9:00 बजे से मतगणना केंद्र उपखंड कार्यालय बागोड़ा में उपखंड अधिकारी सूरज भान विश्नोई के निर्देशन पर मतगणना प्रारंभ हुई. मतगणना परिणाम में डाले गए कुल मतों में से भाजपा की उम्मीदवार माफी देवी को 771 मत मिले. वहीं, कांग्रेस की उम्मीदवार भूरी देवी को 361 मत मिले. 25 मतदाताओं ने दोनों को नकारते हुए नाटो पर अपना मतदान किया. इस प्रकार भाजपा की माफी देवी 410 वोटों की बढ़त के साथ विजय घोषित हुई.
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गौरतलब है कि बागोड़ा पंचायत समिति की बागोड़ा मुख्यालय की पंचायत समिति की सदस्य कि यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. मुख्य चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस की राधा देवी निर्वाचित हुई थी. छह महीने बाद बीमारी के चलते हैं उनकी मृत्यु हो गई थी जिसे यह सीट रिक्त हो गई थी.
लोगों में नहीं दिखा उत्साह
उपचुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता आम लोगों में इस बार चुनाव के प्रति उत्साह नहीं दिखा. शादियों की सीजन के चलते लोग मतदान केंद्रों तक नहीं पहुंच पाए. वहीं, गर्मी गर्मी में भी अपना अपना असर दिखाया कई मतदाताओं को तेज गर्मी में भी घरों में ही रोके रखा.
राजनीतिक हलचल की बात करें तो बागोड़ा पंचायत समिति भाजपा का बोर्ड हैं और अनुसूचित जनजाति महिला से प्रधान की सीट आरक्षित है. बहुमत के साथ सविता देवी प्रधान निर्वाचित है. ऐसे में यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए हार जीत इतना महत्व नहीं रखती. इसीलिए भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में चुनावों को लेकर दूरी बहुत कम दिखी. दूसरी बड़ी बात यह रही कि दोनों राजनीतिक दलों ने एक ही परिवार से दोनों उम्मीदवारों को उतारा जहां जातीय समीकरण भी विफल नजर आए.
रिपोर्टर- डुंगर सिंह