Jalore: जालोर शहर में सफाई व्यवस्था के नाम पर नगर परिषद के अधिकारियों की पोल खुलती हुई नजर आ रही है. सरकार और प्रशासन की और से किए गए बड़े- बड़े वादे अब खोखले साबित होते नजर आ रहे है. शहर में इन दिनों बारीश का मौसम चल रहा है लेकिन सफाई व्यवस्था पूरी तरह गड़बड़ा गई है. जगह- जगह पानी इकट्ठा होने से गंदगी और नालियों कचरे से अटी हुई है. इसी के चलते नालियों का पानी सड़कों पर आकर गंदे तालाब का रुप ले लिया है इससे सड़क पर आमजन को चलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.


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वार्ड नं 38 रूप नगर में नालियां जाम होने से सड़कों पर गंदे पानी बहने की वजह से लोग परेशान नजर आ रहे है. पिछले कई सालों से चली आ रही समस्या से लोग परेशान है. वार्डवासियों ने पार्षद पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा का बोर्ड होते हुए भी टेंडर होने के बाद भी पार्षद वर्क ऑर्डर जारी नहीं करा पाया. अब टेंडर भी निरस्त हो गए है. पानी जमा होने से घरों को नुकसान पहुंच रहा है. कई दिनों से नालिया अटकी हुई पड़ी हैं.


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जालोर नगर परिषद की ओर से शहर को गंदगी और कचरे से मुक्त रखने के लिए कचरा वाहन दिए गए हैं और उसी कचरे को कचरे वाहन में भरकर शहर के हनुमान नगर कॉलोनी में डाल देते हैं. जालोर शहर कि व्यस्तम सड़कें पानी से लबालब हो जाती है. पूर्व में भी शहरवासियों ने रोड जाम कर विरोध किया था और प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा, लेकिन इसके बावजूद भी नगर परिषद के अधिकारी आखें मूंदे बैठे है. मोहल्ले के गलियों में पानी भरने से किचड़ जमा हो जाता है.


इसी के चलते आस पास में रहने वाले लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. वो इसी गंदगी की बदबू की वजह से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. जिला कलेक्टर ने भी शहर का जगह जगह दौरा कर सफाई व्यवस्था पर नाराजगी जता कर परिषद के कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि जल्द सफाई व्यवस्था दुरुस्त किया जाएगा. अब देखने वाली बात है की क्या नगर परिषद के अधिकारी और प्रशासन बारिश के मौसम में इस समस्या पर ध्यान देगा या फिर यूं ही इतिश्री कर देगा.


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