जालोर: ज़िले के किसानों ने बारिश की वजह से खराब हुई फसल का सर्वे करवाकर मुआवजा देने सहित कई समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल को ज्ञापन सौंपकर समस्या का निस्तारण करने की मांग की. भारतीय किसान संघ के बेनर तले किसानों ने बारिश व ठंड और पाला पड़ने से खराब हुई फसल की विशेष गिरदावरी कर नुकसान का आकलन किया जाए और उसका मुआवजा दिया जाए.


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साथ ही उन्होंने कहा की बीमा नियम के तहत 2 डिग्री से -2 डिग्री तक टेंपरेचर होने में नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करेगी. जबकि वास्तव में जालौर जिले में 6 डिग्री से नीचे तापमान आते ही फसल जल जाती हैं और 2 डिग्री तक तापमान आता ही नहीं. ऐसे में किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. साथ ही उन्होंने जवाई बांध के पानी पर जालौर जिले हक तय करके जिले को मिलने वाला पानी जवाई नदी में छोड़ने की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने समस्या का समाधान नहीं होने पर फरवरी में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.


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किसानों की प्रमुख मांगें


किसानों ने खराब हुई फसल की विशेष गिरदावरी कर नुकसान का आकलन कर मुआवजा देने, किसानों ने अरंडी की खेती में टर्म एंड कंडीशन में फेरबदल करने, नर्मदा से पीने का पानी समय पर सप्लाई करने, माही बांध का राजस्थान के हिस्से का पानी राज्य को देने, पीएम फसल बीमा योजना पिछले 7 साल के आंकड़े पोर्टल पर ऑनलाइन करने, बिजली सप्लाई की समस्या का समाधान करने, जीएसएस में स्टाफ को नियुक्त करने, किसानी कार्यों के लिए उपयोग की जाने वाली बजरी के लिए रोल्टी में छूट देने, जवाई नदी में जवाई बांध से प्राकृतिक बहाव का हक तय करने, आकोली नदी सहित आस पास की नदियों में अवैध खनन बंद करवाने की एडीएम से मांग की. किसानों ने कहा कि उनकी सालभर की मेहनत पर बारिश और ठंड ने पानी फेर दिया है. ऐसे में उनके पास मुआवजे के अलावा अब कोई दूसरा विकल्प नहीं है. किसानों ने सीएम के नाम दिए ज्ञापन में जल्द से जल्द मुआवजा देने की मांग की.