Beach Crash: विमान दुर्घटनाओं की कड़ी में इस घटना ने फिर यह साबित कर दिया कि तकनीकी खामियों और खराब मौसम के आगे हवाई यात्रा कितनी असुरक्षित हो सकती है. यात्रियों और पायलटों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अब और भी महत्वपूर्ण हो गया है.
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Brazil Plane Crash: दुनियाभर में हाल के दिनों में प्लेन हादसों की घटनाएं बढ़ रही हैं. इन हादसों से हवाई सुरक्षा को लेकर सवाल भी खड़े हो रहे हैं. इसी कड़ी में ब्राजील के उबाटुबा शहर में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक घटना घटी. एक छोटा विमान समुद्र तट पर लैंडिंग करते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह हादसा इतना डरावना था कि वहां मौजूद लोगों को हिला कर रख दिया. विमान के टकराने और आग लगने के बाद वहां मौजूद लोगों ने राहत बचाव शुरू किया साथ ही समुद्र बीच पर भी मौजूद लोग अपने-आप को बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे.
पायलट की मौत, परिवार सुरक्षित
दरअसल, डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस हादसे में विमान के पायलट पाउलो सेगेटो की मौके पर ही मौत हो गई. विमान में सवार मिरेयल फ्राइस, उनके पति ब्रूनो अल्मेडा सौजा, और उनके दो छोटे बच्चों को बचा लिया गया. उन्हें उबाटुबा के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. हालांकि इस घटना ने परिवार और वहां मौजूद लोगों को जीवनभर का दर्द दे दिया.
बारिश और खराब रनवे बने हादसे की वजह
रिपोर्ट के मुताबिक विमान गोयास के मिनेइरोस शहर से उड़ा था, फिर इसके बाद यह उबाटुबा में बारिश के कारण गीले रनवे पर नियंत्रण खो बैठा. विमान रनवे से आगे निकलकर एक बाड़ को तोड़ता हुआ समुद्र तट पर आ गिरा. वहां मौजूद कुछ लोग विमान के टुकड़े और आग की लपटों को देखकर बाल-बाल बच गए. घटना स्थल पर मौजूद एक साइकिल सवार ने बताया कि उसने तेज आग का गुबार देखकर अपनी जान बचाने के लिए भागना शुरू कर दिया.
वहां मौजूद लोगों ने दिखाया साहस
घटना के बाद वहां मौजूद लोगों ने तत्काल मदद शुरू की. वायरल तस्वीरों में दिख रहा है कि बचावकर्मियों ने दो बच्चों को समुद्र की लहरों से बाहर निकाला. एक स्थानीय नागरिक ने बताया कि वह इस हादसे से अभी भी सदमे में हैं. विमान के अचानक धमाके ने वहां मौजूद सभी लोगों को दहशत में डाल दिया.
जांच के आदेश जारी.. हवाई सुरक्षा पर सवाल
इस बीच ब्राजील की वायुसेना ने इस दुर्घटना की जांच के लिए अपनी टीम भेज दी है. जानकारी के मुताबिक यह विमान 2008 में बना था और इसमें सात यात्रियों और दो पायलटों की क्षमता थी. इस हादसे ने एक बार फिर छोटे विमानों की सुरक्षा और खराब मौसम में उड़ानों की चुनौतियों को उजागर किया है. विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे हादसे भविष्य में रोकने के लिए हवाई सुरक्षा मानकों को सख्त करने की जरूरत है. फोटो एआई