Dalit student death case in Jalore: प्यास बुझाने के लिए छात्र ने छुई थी मटकी, नाराज टीचर ने इतना पीटा की हो गई मौत..
जालोर के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव से हैरान करने वाली खबर आ रही है, जहां दलित छात्र ने स्कूल में पानी की मटकी क्या छू ली? टीचर ने उसे इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई. अब जिले में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है.
Dalit student death case in Jalore: कलेक्टर निशांत जैन, एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला एडीएम सहित प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी सुराणा गांव पहुंचे, गांव में बच्चे के परिजनों से मिलकर उन्हे सांत्वना दी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस मामले में अपनी संवेदना प्रेषित की. साथ ही परिजन को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की जाएगी. अधिकारियों ने परिजनों को अवगत कराया कि मर्डर और एससी/एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया है.
त्वरित अनुसंधान के लिए मामले को केस ऑफ़िसर स्कीम में लिया गया है. साथ ही उन्हें यह भी भरोसा दिलाया कि जांच पूर्णतः निष्पक्ष होगी. दोषी पर कार्रवाई होगी. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन और पुलिस के अधिकारी जाब्ते के साथ मौके पर तैनात हैं.
कहने को तो हम आज आधुनिक भारत में रह रहे हैं, लेकिन राजस्थान के जालोर जिले के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव से जो खबर आ रही है उसको सुनने के बाद लगता है कि हमारा समाज आज भी आदिमयुग वाला है. सैकड़ों साल आज भी पीछे है, जहां जाति-पाति, भेद-भाव, ऊंच-नीच जैसी संकुचित विचारधारा अपने चरम पर हैं. ऐसा इस लिए कह रहे हैं क्योंकि कि सुराणा गांव में दलित छात्र ने स्कूल में पानी की मटकी क्या छू ली, टीचर ने उसे इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई. मिली जानकारी के अनुसार छात्र का पिछले 24 दिनों से गुजरात के अहमदाबाद में इलाज चल रहा था.
उदयपुर में भी इलाज चला था पर यहां हालत ठीक नहीं होने के चलते अहमदाबाद ले जाया गया. छात्र के पिता का आरोप है कि 20 जुलाई को तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले उनके 9 साल के बेटे इंद्र मेघवाल ने पानी की मटकी को छू ली थी. इसके बाद टीचर छैल सिंह ने इतनी पिटाई की थी कि उसकी हालत गंभीर हो गई थी.
ये मटकी स्कूल के टीचर छैल सिंह के लिए रखी गई थी. इससे सिर्फ छैल सिंह ही पानी पीता था. छैल सिंह ने इंद्र को बुलाया और जमकर पीटा. इतना पीटा की उसकी दाहिनी आंख और कान पर अंदरुनी चोटें आईं. छैल सिंह ने जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया. पहले तो लगा कि हल्की चोट आई है, लेकिन ऐसा नहीं था.
Reporter- Dungar Singh
ये भी पढ़ें- भगवा झंडे को तोड़ने पर तीन आरोपी गिरफ्तार, अफवाहों में ना पड़ने की अपील