Forest Guard exam: जालौर जिला मुख्यालय पर वन विभाग के जरिए पुलिस लाइन में आयोजित हुई वनरक्षक भर्ती परीक्षा में शारीरिक मापदंड एवं दक्षता परीक्षा के दौरान फर्जीवाड़ा सामने आया है. एक अभ्यर्थी ने क्रिकेट बॉल थ्रो प्रशिक्षण के लिए अपने रिश्तेदार को डमी अभ्यर्थी बना कर अपनी जगह पर भेज दिया था. इसके लिए उसने 25 हजार रुपए देना तया हुआ था.  अगले दिन पैदल चाल में मूल अभ्यर्थी उपस्थित होने से मामले का खुलासा हुआ और पुलिस ने मूल अभ्यर्थी को पकड़ लिया डमी अभ्यर्थी फिलहाल फरार है .पुलिस उसकी तलाश कर रही है.


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 आपको बता दें कि वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 की लिखित परीक्षा में सफल हुए अभ्यर्थियों का शारीरिक मापदंड एवं दक्षता परीक्षा कार्यक्रम 25 से 28 अप्रैल तक आयोजित किया गया है. पहले दिन सफल अभ्यर्थियों के लिए क्रिकेट बॉल थ्रो और सीट- अप्स कार्यक्रम रखा गया , जिसमें अभ्यर्थियों को अपनी-अपनी क्षमता दिखानी थी. विभाग द्वारा इसकी फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी करवाई गई. अगले दिन 26 अप्रैल को पैदल चाल पुरुष परीक्षा कार्यक्रम था.


 जालौर उपवन संरक्षक देवेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि 26 अप्रैल को चेस्ट संख्या- 78 प्रकाश कुमार बिश्नोई निवासी सरनाऊ का मिलान एक दिन पहले हुई परीक्षा कार्यक्रम के दस्तावेजों से  मैच नहीं हुआ.  वीडियोग्राफी में  चेक करने पर साफ दिखाई दे रहा था कि एक दिन पहले हुई परीक्षा में चेस्ट संख्या- 78 पर कोई अन्य अभ्यर्थी परीक्षा देने आया था. प्रकाश को एक दिन पहले हुए इवेंट की बिल्कुल जानकारी नहीं थी. उसने कितनी दूर बॉल फेंकी और कितनी सीट-अप्स निकाले पता भी नहीं था .मामला खुलने के बाद मौके पर ही पंचनामा बनाकर गवाहों के हस्ताक्षर कराए गए और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को सौंप दिया गया.


फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी प्रकाश बिश्नोई को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड में लिया गया है डमी अभ्यर्थी रमेश मंडा की पुलिस तलाश कर रही है अब जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि इस भर्ती में ओर भी लोग सम्मिलित थे या नहीं.


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