जालोर में जानें किन तीन मांगों को लेकर जारी है धरना, आखिर किन राजनीतिक चेहरों के दबाव से प्रशासन नहीं कर रहा सुनवाई
Jalore : राजस्थान के जालोर में कई दिनों से धरना जारी है. सोमवार को धरने का 6 वां दिन रहा. आखिर जालोर में किन तीन मांगों को लेकर धरना जारी है? कौन वो सियासी चेहरे हैं जिनकी वजह से जालोर प्रशान प्रदर्शनकारियों की मांगों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
Jalore : राजस्थान के जालोर जिला मुख्यालय पर तीन मांगों को लेकर जालोर कलेक्ट्रेट के बाहर शिवसेना जालोर के तत्वाधान में कल सातवें दिन भी जारी रहा.सोमवार को बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने भाद्राजून तहसीलदार द्वारा गलत म्यूटेशन भरने व जालोर तहसीलदार द्वारा चार महीने से गरीब किसान का म्यूटेशन नहीं बढ़ने से नाराज होकर दोनों तहसीलदारों का पुतला जलाया.
इन दोनों प्रकरणों को लेकर शिवसेना के जिला प्रमुख रूपराज राजपुरोहित पिछले 6 दिनों से मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं. उन्होंने कहा यहां का प्रशासन राजनेताओं के दबाव में हमारी सुनवाई नहीं कर रहा है.
ग्रामीणों ने शहर में रैली निकालकर कलेक्ट्रेट के आगे भाद्राजून व जालोर तहसीलदार का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. उसके बाद जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने ग्रामीण कलेक्ट्रेट पर पहुंचे तो अधिकारी मौजूद नहीं होने से नाराज ग्रामीण चेंबर के आगे ही धरने पर बैठ गए. करीब डेढ़ घंटे तक तेज धूप में बैठे रहने से भाद्राजून निवासी बुजुर्ग भीमाराम चौधरी की तबीयत बिगड़ गई. जिससे वह बेसुध हो कर गिर गए.
आसपास के लोगों व पुलिसकर्मीयों ने भीमाराम को कलेक्ट्रेट के अंदर छांव में लेकर गए अस्पताल से एंबुलेंस को मौके पर बुलाया बाद में एंबुलेंस से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिस समय ग्रामीण कलेक्ट्रेट चेंबर ज्ञापन देने पहुंचे थे. उसमें अधिकारी सभी लंच पर गए हुए थे.
जैसे ग्रामीणों द्वारा हंगामा शुरू किया गया. बाद में जिला कलेक्टर, एडीएम, एसडीएम मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को वार्ता के लिए चेम्बर में बुलाया, कलेक्टर के चेंबर में ग्रामीणों व अधिकारियों के साथ वार्ता हुई कलेक्टर ने भाद्राजून व जालौर मामले में जल्द ही समाधान करने का आश्वासन दीया.
धरने की प्रमुख मांग
1. भाद्राजून कस्बे में गांव में कुछ दिन पहले लाटा जमीन का तहसीलदार ने गलत तरीके से म्यूटेशन भर दिया था ऐसे में तहसीलदार को निलंबित करने इस मामले की डबल बेंच में दोबारा प्रशासन से अपील करने की मांग कर रहे हैं.
2. जालोर तहसीलदार जानबूझकर म्यूटेशन रोक कर बैठे हुए हैं उस म्यूटेशन को भरने की मांग रखी.
3. कालबेलिया समाज की शमशान आई हुई है इस श्मशान में जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है नगर परिषद के अधिकारियों को कई बार बताने के बाद कोई सुनवाई नहीं हो रही है ऐसे में रास्ता देने की मांग कर रहे हैं.
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