Bhinmal: राजस्थान के भीनमाल में श्री राम कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो रही है. संत कृपाराम महाराज ने कहा कि श्रीराम कथा कोरी कथा मात्र नहीं है और यह हमारे जीवन का समग्र दर्शन है.


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जालोर जिले के भीनमाल के निकट वियो का गोलियां में नो दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है. संगीतमय श्रीराम कथा सुनने के लिए आस-पास से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो रही है. 


श्रीराम कथा के अमृत वर्षा में श्रद्धालु गोता लगा रहे हैं. कथा में संत कृपाराम महाराज ने कहा कि श्रीराम कथा कोरी कथा मात्र नहीं है और यह हमारे जीवन का समग्र दर्शन है. इसलिए हमें यह कथा इस भाव से सुनना चाहिए कि यह हमारे ही चरित्र, हमारे ही घर, परिवार और समाज की कहानी है. 


संत ने भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए आह्वान करते हुए बच्चों को बचपन से ही अच्छे संस्कार देने को कहा. संस्कार देने का सबसे बड़ा फर्ज है मां का है. मां अगर चाहे तो बच्चे को कुछ भी बना सकती है. श्रीराम कथा में श्रोताओं का आह्वान करते हुए संत ने कहा कि बच्चों को अच्छे संस्कार दो, उनको बताओ कि हम किसकी संतानें है. हमारे पूर्वजों के बारे में बताकर उनकी वीर कहानियां सुनाना मां का कर्तव्य है. 


बच्चों की सही परवरिश करना अगर सही संस्कार बचपन में ही मिल गए, तो वो बड़े होने के बाद स्वामी विवेकानंद, महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी, श्रवण, झांसी की रानी लक्ष्मी बाई, कृष्ण जैसे वीर, योद्धा, देश भक्त, मातृ-पितृ भक्त, बन जाएंगे. अगर सही संस्कार नहीं मिले, तो वो आगे जाकर चोर, लुटेरा, कंस, दुर्योधन, रावण जैसे राक्षस न बन जाए. इसलिए बचपन से ही संस्कार दे देने चाहिए. संत ने कहा कि आपके कैसे संस्कार है. 


वैसे ही आपका जीवन बनता है. बच्चों को भौतिक सुविधाओं और कार बंगले के साथ-साथ संस्कारवान शिक्षा जरूर देवें, जो आने वाली सातों पीढ़ियों का कल्याण करती है. संत ने कहा कि जब भी आपको समय मिले, तो आप अपनी आस-पास की गौशाला, कोई आश्रम जहां आपको सेवा करने का मन करें, वहां अवश्य जाना चाहिए.


Reporter: Dungar Singh