Sanchore News: राजस्थान के जिला सांचौर में नर्मदा नहर परियोजना में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा हैं, अधिकारीयों की मेहरबानी से टेंडर की मन मर्जी से भुगतान किए जा रहे हैं.  विभिन्न समस्याओं को लेकर किसान नर्मदा कार्यालय के सामने धरने पर बैठे. किसानों का कहना है, कि नर्मदा नहर में रखरखाव एवं मरम्मत को लेकर टेंडर  पास हुए 2 महीने बीत गए हैं.


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किसानों ने नर्मदा विभाग के अधिकारियों पर गलत भुगतान करने का भी आरोप लगाते हुए. किसानो का कहना है कि 2021 में हुए काम की पेमेंट 2023 में पुन: किया जा रहा है. इससे यह साफ पता चलता है कि विभाग में कितना भ्रष्टाचार हो रहा हैं. इसी के साथ किसान साइनफनों की सफाई करवाने एवं नियमित सप्लाई देने की मांग कर रहे है. 


मामले की जांच करवाने की मांग


किसान पूड़े मामले की जांच करवाने की मांग कर रहे हैं. साथ ही पानी सप्लाई की कंट्रोलिंग का ठेका व्यवस्थित ठेकेदार को देखकर टेल तक पानी पहुंचाने की भी मांग कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि समय रहते विभाग के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया तो आमरण अनशन भी किया जाएगा. जिसको लेकर समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी.


परियोजना से जुड़ी समस्याओं को लेकर किसानों की ओर से दर्ज करवाई गई शिकायतों का विभाग की ओर से निस्तारण नहीं किया जा रहा है. जिसको लेकर किसानों ने ज्ञापन भी सौंपा है, और बताया कि किसानों की विभिन्न समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाए.


पेयजल आपूर्ति और रबी फसल की सिंचाई के लिए नर्मदा नहर परियोजना की ओर से 15 अक्टूबर तक किसानों को पानी देता था. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण किसानों को समय पर पानी नहीं मिल पाया है. 


नहर की मरम्मत एवं रखरखाव के लिए विभाग ने 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक क्लोजर ले रखा था. कार्य पूर्ण नहीं होने के कारण विभाग ने 20 अक्टूबर तक क्लोजर को  बढ़ा दिया है. जिस कारण पेयजल के लिए भी 20 अक्टूबर तक लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ेगा.