छात्र इंद्र मेघवाल की मौत के मामले में एक हुआ सर्व समाज, करणी सेना ने की जांच की मांग
सभा स्थल पर अध्यक्ष सुखदेवसिंह गोगामेड़ी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम यहां ताली बजाने या 2-4 घंटे बैठने के लिए नहीं आए हैं. उन्होंने कहा कि क्षत्रिय हमेशा 36 कौम की सुरक्षा के लिए तत्पर रहा है. उन्होंने कहा कि करणी सेना बिना किसी भेदभाव के प्रत्येक पीड़ित की सहायता के लिए सदैव तत्पर है.
Jalore: जिले के सुराणा गांव में छात्र इंद्र मेघवाल की मृत्यु के मामले को लेकर सर्व समाज के लोगों ने जिला मुख्यालय पर मल्केश्वर मठ में विरोध प्रदर्शन किया. मठ में सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की.
इसके अलावा मृतक छात्र के पिता और आरोपी निजी विद्यालय के शिक्षक का नार्को टेस्ट करवाकर जल्द से जल्द मामले का खुलासा करने, कॉन्स्टेबल थानसिंह को बहाल करने, सायला थानाधिकारी ध्रुव प्रसाद को निलंबित करने, बड़गांव के विनेश चौधरी के हत्यारे मंगेश मेघवाल को सख्त सजा दिलाने और सरकार और प्रशासन की ओर से प्रेस कांफ्रेंस कर मामले में छुआछूत के आरोपों का खंडन करने की मांग की.
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इसके बाद राष्ट्रीय करणी सेना अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के नेतृत्व में लोग हाथों में तख्तियां लिए नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे कर विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस प्रशासन की ओर से धरना स्थल से लेकर कलेक्ट्रेट तक रास्ते में जगह-जगह सुरक्षा को लेकर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया.
करणी सेना हर सम्भव सहायता को लेकर तत्पर
सभा स्थल पर अध्यक्ष सुखदेवसिंह गोगामेड़ी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम यहां ताली बजाने या 2-4 घंटे बैठने के लिए नहीं आए हैं. उन्होंने कहा कि क्षत्रिय हमेशा 36 कौम की सुरक्षा के लिए तत्पर रहा है. उन्होंने कहा कि करणी सेना बिना किसी भेदभाव के प्रत्येक पीड़ित की सहायता के लिए सदैव तत्पर है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने निष्पक्ष जांच कर रहे कलक्टर और एसपी को हटाया, तो शहर में करणी सेना के लोगों की इतनी भीड़ हो जाएगी कि पूरा शहर कीड़ी नगरे जैसा नजर आएगा.
करणी सेना नहीं करती भेदभाव
इस दौरान उन्होंने मंच पर मौजूद छैलसिंह के परिवार को हरसंभव सहायता का भरोसा दिलवाया. उन्होंने निलंबित कॉन्स्टेबल को पुन: बहाल करने तथा सायला एसएचओ को हटाने की भी मांग की. इस दौरान अध्यक्ष गोगामेड़ी ने भाजपा कार्यकर्ता पवनी मेघवाल के साथ एक ही बोतल से पानी पीकर बताया कि करणी सेना किसी से भेदभाव नहीं रखती है. इससे पूर्व उन्होंने 2 बार कलेक्टर और एसपी प्रदर्शन स्थल के मंच पर आकर ज्ञापन देने का अल्टीमेटम दिया, मगर किसी के नहीं आने पर लोग लोग कलेक्ट्रेट कूच कर गए.
बाहरी लोग बिगाड़ रहे हैं जिले का माहौल
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार पर आरोप लगाया और कहा कि राज्य सरकार इस मामले में दोनों समाजों को लड़वाकर खुद की राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि सुराणा प्रकरण में हर तरफ जातिवाद और छुआछूत के कारण छात्र को पीटने की बात कही जा रही है. बिना जांच के ही इस तरह के आरोप लगाकर जालोर में माहौल बिगाडऩे की कोशिश की जा रही है. मामले की जांच के बाद ही कोई आरोप लगाया जाना चाहिए. वक्ताओं ने कहा कि अगर छैलसिंह को न्याय नहीं मिला तो आने वाले समय में बड़ा आंदोलन होगा.
मांगों पर प्रशासन की सहमति के बाद प्रदर्शन समाप्त
कलेक्ट्रेट में करणी सेना के उपाध्यक्ष योगेंद्रसिंह कटार, लालसिंह भूंडवा, मंगलसिंह सिराणा, श्रवणसिंह राठौड़, तखतसिंह पहाड़पुरा, राजवीरसिंह नोसरा व महेंद्रसिंह राणावत सहित 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की कलेक्टर निशांत जैन, एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला एडीएम राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल व एएसपी डॉ. अनुकृति उज्जेनिया सहित प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वार्ता हुई. वार्ता में निलंबित कॉन्स्टेबल थानसिंह को बहाल करने, सायला एसएचओ ध्रुवप्रसाद को निलंबित करने के लिए डीजी लेवल की कार्रवाई प्रारंभ करने, नार्को टेस्ट की प्रक्रिया प्रारंभ करवाने पर सहमति बनी.
साथ ही लोगों की भावनाओं व वहां अध्ययनरत बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए स्कूल की मान्यता रद्द न हो, इसके लिए सरकार से वार्ता करने का आश्वासन दिया गया. आश्वासन के बाद सर्व समाज द्वारा धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया.
Reporter- Dungar Singh
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