Jalore: आकोली के ग्रामीणों ने किसान नेता बजरंगसिंह और डूंगरसिंह काबावत भूतपूर्व BDO के नेतृत्व में आकोली नदी में अवैध तरीके हो रही बजरी खनन को बंद करने के लिए कलेक्टर के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जिससे किसान नेता ने बताया कि आकोली नदी मे लीज लेने वाले ठेकेदार अपनी मन मर्ज़ी से नियमों कि धव्जिया उडा कर खनन कर रहे हैं कि नदी में कई किसानों कि जमीन आई हुई हैं, लेकिन बिना पैमाइश के खनन कर रहे हैं. नियम में खनन 2 फुट से ज्यादा खड्डे नहीं खोद सकते हैं, लेकिन मौके पर कई गहरे खड्डे खोदे गए हैं. नियम के मुताबिक पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए पेड़ पोधे लगाना आवश्यक है, लेकिन मौके पर आज दिन तक एक भी पौधा नहीं लगाया गया है.


यह भी पढ़ें-दोस्तों के संग पत्नी को लेने पहुंचा पति, ससुराल वालों ने जमकर कर दी धुनाई


यहीं नहीं ठेकेदार ने एक खेत भाड़े पर लेकर उसमे हजारो डम्परो से बजरी ईक्कठठी कर रहे हैं. जिससे नदी से पुरी बजरी साफ हो गई है, जिससे किसान बर्बाद हो जाएंगे क्योंकि जब बजरी नदी मे नहीं रहेगी तो पानी किसान के कुओं में रिचार्ज नहीं होगा, जिससे कि किसानों के कुओं में पानी नहीं आएगा. अतः अब आकोली गांव से बजरी खनन बंद कर दिया जाए क्योंकि उनका ठेका या लिज जालोर तहसील का है. इसलिए अब बजरी खनन दुसरे क्षेत्रों से की जाए. आगे किसानों ने चेतावनी दी कि अगर दो दिनों में बजरी खनन बन्द नहीं होता तो महा आंदोलन किया जाएगा. इस अवसर पर छैलसिंह सोलंकी, पूरणसिंह काबावत जोगसिंह काबावत, गंगासिंह काबावत, माधुसिंह राठौड़ चौपाराम रबारी, बगाराम रबारी, तेजसिंह दहिया फुंसाराम लुहार, ईश्वरसिंह काबावत, वीसाराम भील, मोटाराम घाची, जबरसिंह राठौड़ सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे.


Reporter- Dungar Singh


अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें